लखनऊः उत्तर प्रदेश में जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का समय फिर बढ़ाया जा सकता है. इसकी वजह है, करीब तीन करोड़ मतदाताओं के गणना फॉर्म अभी तक निर्वाचन आयोग के पास तक ना पहुंचना.इस कारण प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा चुनाव आयोग से एसआईआर के लिए और समय देने का अनुरोध करने पर विचार कर रहे हैं.मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि एसआईआर अभियान के तहत गणना प्रपत्र भर कर वापस करने के लिए अंतिम तिथि 11 दिसंबर तक है. परंतु अब दो दिनों में तीन करोड़ से अधिक मतदाताओं के गणना फॉर्म निर्वाचन कार्यालय तक पहुंच पाना आसान नहीं है. इसलिए 11 दिसंबर के पहले एसआईआर का समय फिर से बढ़ाया जा सकता है.
17.7% फॉर्म जमा नहीं हुए
निर्वाचन कार्यालय के अफसरों के अनुसार, प्रदेश में इससे पहले 30 नवंबर को गणना फॉर्म भरने की तिथि 4 दिसंबर से बढ़ाकर 11 दिसंबर की गई थी. सोचा गया था कि इस बढ़ाए गए समय में सूबे के सभी मतदाताओं के गणना प्रपत्र भरकर ले लिए जाएंगे, लेकिन अभी तक यह कार्य पूरा नहीं किया जा सका है.
सूबे के 15.44 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं में से अभी तीन करोड़ से अधिक लोगों ने अपने गणना प्रपत्रों को भरकर बीएलओ को सौंपे नहीं हैं. सोमवार की शाम तक बीएलओ ने जो रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को सौंपी है, उसके तहत सूबे में करीब 17.7% (पौने तीन करोड़) मतदाताओं के गणना फॉर्म एकत्र नहीं किए जा सके थे.
सोमवार की देर शाम तक निर्वाचन आयोग के पास 80% गणना फॉर्म वापस गए थे. और गणना 17.7% फॉर्म लोगों ने बीएलओ को सौंपे नहीं थे. इतनी बड़ी संख्या में लोगों के गणना फॉर्म सूबे के निर्वाचन कार्यालय को ना मिलना यह भी साबित करता है कि राज्य में एसआईआर की गति को तेज करने के लिए राजनीतिक दलों के प्रयास भी असरकारी साबित नहीं हुए है.
जबकि सूबे के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध किया था कि लोगों से गणना प्रपत्रों को भरवाने और उन्हें संग्रहित करवाने में सभी दल मदद करें.नवदीप रिणवा की इस अपील के बाद ही सीएम योगी ने अपने मंत्री और पार्टी के विधायक तथा पदाधिकारियों को सारे कम छोड़ कर लोगों से गणना प्रपत्रों को भरवाने का निर्देश दिया था.
यही नहीं नवदीप रिणवा ने सूबे के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को गणना प्रपत्रों भरवाने और उन्हें संग्रहित करवाने के कार्य पर नजर रखने का आदेश दिया था. इसके बाद भी राज्य में तीन करोड़ से अधिक लोगों के गणना प्रपत्रों का ना मिल पाना चिंता में डाल रहा है.
जिसके चलते मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सूबे के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह यह चेक करें कि तीन करोड़ से अधिक जो गणना प्रपत्र अभी तक वापस नहीं मिले हैं उन फार्मों के वापस मिलने की स्थिति है या नहीं. इन सब वजहों से एसआईआर की अवधि एक सप्ताह बढ़ाए जाने की उम्मीद जताई जा रही है.