चाचा शिवपाल के लिए अखिलेश यादव ने खोले पार्टी के दरवाजे, कहा- सपा में जो आना चाहे, स्वागत है
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: September 20, 2019 04:45 PM2019-09-20T16:45:09+5:302019-09-20T18:15:25+5:30
शिवपाल यादव को लेकर अखिलेश यादव ने कहा, ''हमारे परिवार में लोकतंत्र हैं। हमारी पार्टी में जो आना चाहे, उसके लिए दरवाजे खुले हैं। यहां सबका स्वागत है।''
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनके चाचा शिवपाल यादव के फिर से पार्टी में लौटने की संभावनाओं पर अपनी बात स्पष्ट कर दी है। लखनऊ में पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव को लेकर लचीला रुख दिखाया। उन्होंने कहा कि जो सपा में फिर से आना चाहे आ सकता है। अखिलेश यादव ने कहा, ''हमारे परिवार में लोकतंत्र हैं। हमारी पार्टी में जो आना चाहे, उसके लिए दरवाजे खुले हैं। यहां सबका स्वागत है।''
Samajwadi Party Chief Akhilesh Yadav on being asked about the possibility of Shivpal Yadav rejoining the party: There is democracy in our family. Our party is open to anyone who wants to come. Everyone is welcome here. #Lucknowpic.twitter.com/44yf1hVWPU
— ANI UP (@ANINewsUP) September 20, 2019
दरअसल, विधानसभा में सपा और विपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी ने गत चार सितम्बर को शिवपाल की विधानसभा सदस्यता समाप्त करने की अर्जी दी थी। जिसे लेकर अखिलेश यादव ने शिवपाल की विधानसभा सदस्यता समाप्त करने की याचिका वापस लेने के संकेत दिए।
अखिलेश से प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व में पार्टी से बगावत करने वाले तत्कालीन राज्यसभा सदस्य अमर सिंह और विधायक नितिन अग्रवाल की सदस्यता समाप्त करने की याचिका नहीं दिये जाने को लेकर भी सवाल किया गया। जिसके जवाब में अखिलेश ने कहा, ''हम सबकी सिफारिश वापस ले लेंगे...संतुष्ट! आप कह रहे हैं कि हमने उनके खिलाफ नहीं किया, तो हम सबकी वापस ले लेंगे।''
अखिलेश ने एक अन्य सवाल पर कहा कि उनकी पार्टी के दरवाजे सबके लिये खुले हैं। जो आना चाहे, हम उसे आंख बंद करके पार्टी में शामिल कर लेंगे।
बता दें कि बर्चस्व की लड़ाई में अनबन के चलते जसवंत नगर सीट से सपा विधायक शिवपाल ने सपा से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का गठन किया था और पिछले लोकसभा चुनाव में सपा के खिलाफ कई जगह प्रत्याशी भी उतारे थे। हालांकि उन्हें कोई सफलता नहीं मिली थी।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, शिवपाल ने अब समाजवादी पार्टी में वापसी करने की इच्छा जताई है। इसी को देखते हुए लखनऊ में अखिलेश यादव ने कहा कि उनके परिवार में परिवारवाद नहीं लोकतंत्र है और जो आना चाहता है, उसका पार्टी में स्वागत है।
जानकारों की मानें उत्तर प्रदेश में कमजोर पड़ती जा रही सपा के सामने आगे के चुनावों के लिए सबसे पहले पार्टी को मजबूत करने की चुनौती है। चुनावी मौके पर साथ आई बहुजन समाज पार्टी के पलटी मारने के बाद अखिलेश यादव को सपा को मजबूत करने की जरूरत महसूस हुई। वहीं, सपा के नेताओ द्वारा पार्टी को छोड़कर जाना और बीजेपी में शामिल होना भी एक कारण है जो अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव को लेकर नरम रुख दिखाया है।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, अखिलेश यादव ने यहां तक कहा कि शिवपाल अगर सपा में वापसी करना चाहते हैं तो आंख बंद करके आ जाएं, उनका स्वागत है।