उद्वव ठाकरे को सोनिया गांधी ने किया साफ, CAA-NRC पर महाराष्ट्र का कोई भी फैसला एकतरफा नहीं, समन्वय समिति करेगी तय
By शीलेष शर्मा | Published: February 22, 2020 06:26 AM2020-02-22T06:26:45+5:302020-02-22T06:26:45+5:30
एनसीपी और कांग्रेस दोनों ही सहयोगी दल सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध में खड़े है जिससे उद्वव ठाकरे को पहले ही अवगत करा दिया जा चुका है
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्वव ठाकरे को दो टूक शब्दों में साफ कर दिया कि सीएए, एनआरसी जैसे मुद्दों पर कोई एकतरफा फैसला नहीं लिया जा सकता. सरकार इस पर क्या रुख अपनाएगी इसका फैसला तीनों दलों की समन्वय समिति की बैठक में आपसी विचार-विमर्श के बाद लिये जाने की जरुरत है.
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ठाकरे के उस बयान से खासी नाराज थी जो उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने के बाद मीडिया के सामने दिया. जिसमें उन्होंने सीएए और एनआरसी को लेकर संकेत दिये थे कि इन दोनों को लागू करने में उन्हें कोई आपत्ति नहीं है.
गौरतलब है कि एनसीपी और कांग्रेस दोनों ही सहयोगी दल सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध में खड़े है जिससे उद्वव ठाकरे को पहले ही अवगत करा दिया जा चुका है.कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह संवेदनशील मुद्दा है जिस पर तीनों दल बैठकर आपसी परामर्श से कोई फैसला लेगें और उसके बाद ही राज्य की सरकार तय करेगी कि सीएए और एनआरसी को लेकर सरकार का रुख क्या होगा.
लगभग एक घंटे चली बैठक में सोनिया गांधी और उद्वव ठाकरे ने आमने-सामने बातचीत की जिसमें एनआरसी और सीएए के अलावा किसानों को लेकर सरकार की योजना, कानून व्यवस्था पर सरकार का रुख जैसे अहम मुद्दों पर ठाकरे ने सोनिया गांधी को अवगत कराया.