नागरिकता कानून पर मचे बवाल को लेकर सोनिया गांधी ने बोला मोदी सरकार पर हमला, कहा- शाह की हिम्मत नहीं कि वह पूर्वोत्तर जाएं
By रामदीप मिश्रा | Published: December 16, 2019 06:40 PM2019-12-16T18:40:51+5:302019-12-16T18:40:51+5:30
सोनिया ने देश में हुई हिंसा को लेकर कहा, 'असम, त्रिपुरा व मेघालय जल रहा है। पुलिस की गोलियों से अकेले असम में चार युवा मारे गए। दिल्ली से पश्चिम बंगाल तक हिंसा और विरोध फैला हुआ है।'
नागरिका कानून को लेकर देश के कई शहरों में हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनियां गांधी ने सोमवार (16 दिसंबर) को नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार स्वयं हिंसा व बंटवारे की जननी बन गई है। सरकार ने देश को नफरत की अंधी खाई में धकेल दिया है और युवाओं के भविष्य को आग की भट्टी में झुलसा दिया है।
सोनिया गांधी ने कहा, ' सरकार का काम है- शांति व सौहार्द बनाना, कानून का शासन चलाना व संविधान की रक्षा करना, पर बीजेपी सरकार ने देश व देशवासियों पर हमला बोल दिया। सरकार में बैठे लोग जब हिंसा करवाएं, संविधान पर आक्रमण करें, देश के युवाओं को बेरहमी से पिटवाएं, कानून की धज्जियां उड़ाएं, तो फिर देश कैसे चलेगा?'
उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार की मंशा साफ है- देश में अस्थिरता फैलाओ, देश में हिंसा करवाओ, देश के युवाओं का अधिकार छीनते जाओ, देश में धार्मिक उन्माद का वातावरण बनाओ और राजनीतिक रोटियां सेंकते जाओ। इसके सू्त्रधार कोई और नहीं, स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह हैं।'
सोनिया ने देश में हुई हिंसा को लेकर कहा, 'असम, त्रिपुरा व मेघालय जल रहा है। पुलिस की गोलियों से अकेले असम में चार युवा मारे गए। दिल्ली से पश्चिम बंगाल तक हिंसा और विरोध फैला हुआ है। गृहमंत्री अमित शाह की खुद हिम्मत नहीं कि वह उत्तर पूर्व के प्रांतों का दौर कर सकें। यहां तक कि पहले बांग्लादेश के विदेश मंत्री और फिर जापान के पीएम का हिंदुस्तान का दौरा रद्द करना पड़ा।'
मोदी सरकार स्वयं हिंसा व बंटवारे की जननी बन गई है। सरकार ने देश को नफरत की अंधी खाई में धकेल दिया है तथा युवाओं के भविष्य को आग की भट्टी में झुलसा दिया है : कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी#BJPBurningBharatpic.twitter.com/wqxijyEtQs
— Congress (@INCIndia) December 16, 2019
उन्होंने कहा, 'पूरे देश में छात्र आंदोलन की राह पर हैं। सरकार के अत्याचार, बेतहाशा बेरोजगारी, फीस वृद्धि, अधिकारों का हनन और संविधान को तोड़ने की बीजेपी की साजिश के खिलाफ युवा और छात्र सड़कों पर विरोध कर रहे हैं।'