जम्मू-कश्मीर, हिमाचल में बर्फबारी से उत्तर भारत में ठंड बढ़ी; तमिलनाडु, आंध्र में ‘निवार’ का खतरा

By भाषा | Published: November 25, 2020 12:50 AM2020-11-25T00:50:58+5:302020-11-25T00:50:58+5:30

Snowfall in Jammu and Kashmir, Himachal increased cold in North India; 'Prevention' threat in Tamil Nadu, Andhra | जम्मू-कश्मीर, हिमाचल में बर्फबारी से उत्तर भारत में ठंड बढ़ी; तमिलनाडु, आंध्र में ‘निवार’ का खतरा

जम्मू-कश्मीर, हिमाचल में बर्फबारी से उत्तर भारत में ठंड बढ़ी; तमिलनाडु, आंध्र में ‘निवार’ का खतरा

नयी दिल्ली, 24 नवंबर उत्तर भारत के कई हिस्सों में ठंड बढ़ गई है। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को ताजा बर्फबारी हुई, जबकि तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश पर चक्रवात निवार का खतरा मंडरा रहा है, जिसके बुधवार देर शाम तटीय क्षेत्रों में भयंकर चक्रवाती तूफान के रूप में पहुंचने की आशंका है।

राष्ट्रीय राजधानी और इसके पड़ोसी शहरों में वायु गुणवत्ता बहुत खराब रही क्योंकि इन शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ है।

दिल्ली में हवा की गुणवत्ता "बहुत खराब" श्रेणी में दर्ज की गई जबकि यह गाजियाबाद में "गंभीर" श्रेणी में और नोएडा, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद में "बहुत खराब" तथा गुड़गांव में "खराब" श्रेणी में दर्ज की गई।

इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने मंगलवार को कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवात ‘निवार’ में परिवर्तित हो गया है और इसके बुधवार को भारी तूफान के रूप में तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट से टकराने की आशंका है।

तूफान के मद्देनजर तमिलनाडु और पड़ोसी केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है और असुरक्षित इलाकों से लोगों को निकालने सहित एहतियाती उपाय सरकार द्वारा किए जा रहे हैं।

मौसम विभाग ने मंगलवार को बताया कि ‘निवार’ बुधवार को चेन्नई से 50 किलोमीटर दूर राज्य के मामल्लापुरम और पुडुचेरी के कराइकल तट से बुधवार देर शाम भारी तूफान के रूप में टकरा सकता है और इस दौरान 100 से 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती है, जिसकी गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है।

विभाग ने कहा कि बुधवार को तूफान के प्रभाव से तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के ज्यादातर हिस्सों में बारिश हो सकती है। कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश भी हो सकती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी से बातचीत कर हालात की जानकारी ली और केंद्र से हर संभव मदद का भरोसा दिया।

तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में ‘‘अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान‘‘ ‘निवार’ के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के करीब 1,200 बचावकर्मियों को तैनात किया गया है और 800 अन्य को तैयार रखा गया है।

एनडीआरएफ प्रमुख एस एन प्रधान ने कहा कि वे ‘‘अत्यधिक तीव्रता वाले एवं सबसे भीषण’’ चक्रवाती तूफान के लिए तैयार हैं। यह तूफान पश्चिम बंगाल से दक्षिणी तटरेखा की ओर बढ़ रहा है।

उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ हम इस पर करीब से नजर रख रहे हैं और प्रभावित राज्यों से समन्वय स्थापित कर रहे हैं।’

प्रधान ने कहा, ‘‘स्थिति तेजी से बदल रही है और यह 120 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है।’’

इस बीच, तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई इलाकों में मंगलवार से बारिश शुरू हो गई और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), तटरक्षक बल, दमकल विभाग सहित विभिन्न प्रादेशिक और केंद्रीय एजेंसियों के कर्मचारियों की तैनाती किसी भी स्थिति से निपटने के लिए की गई है।

तूफान के मद्देनजर तमिलनाडु और पुडुचेरी में बुधवार को सार्वजनिक छुट्टी घोषित की गई है और सार्वजनिक परिवहन को स्थगित कर दिया गया है।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ कल राज्य में आम छुट्टी होगी लेकिन आवश्यक सेवा से जुड़े कर्मी काम करेंगे।’’

पुडुचेरी के उद्योग एवं राजस्व मंत्री एमओएचएफ शाहजहां ने कहा कि बुधवार को सभी सरकारी कार्यालयों में छुट्टी होगी और लोगों की सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं।

इस बीच, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कमेटी (एनसीएमसी) ने सभी संबंधित विभागों को इस लक्ष्य के साथ काम करने को कहा है कि एक भी व्यक्ति की जान ना जाए।

प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, संचार व्यवस्था के साथ ही जल्द से जल्द हालात सामान्य बनाने के लिए भी तैयार रहने को कहा गया है।

एनसीएमसी ने आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक कर चक्रवात निवार के संबंध में तैयारियों की समीक्षा की।

राजस्थान में न्यूनतम तापमान में थोड़ी बढोतरी दर्ज की गयी है और माउंट आबू में रात का तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

वहीं सोमवार रात चुरू व भीलवाड़ा में न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग के अनुसार डबोक में रात का न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस व चित्तौड़गढ़ में 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अन्य जिलों में यह 10 डिग्री सेल्सियस से 14.7 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।

मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटे में राज्य के कई जिलों में बादल छाये रहने व हल्की बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है।

हिमाचल प्रदेश में ऊंचाई वाले कई क्षेत्रों में पिछले 24 घंटों में ताजा बर्फबारी हुई।

शिमला मौसम विभाग केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि कल्पा में 9.6 सेंटीमीटर, खादराला में छह सेंटीमीटर, केलांग में तीन सेंटीमीटर और शिल्लारी में एक सेंटीमीटर हिमपात हुआ।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा मनाली, निचार, भरमौर, जुब्बल , वांगटू और सियोबाग समेत कई हिस्सों में मंगलवार को हल्की वर्षा हुई।

सिंह ने बताया कि इस बीच लाहौल एवं स्पीति के प्रशासनिक केंद्र केलांग में पारा शून्य से 2.7 डिग्री सेल्सियस नीचे चले जाने के साथ यह राज्य में सबसे ठंडा स्थान रहा। उनके अनुसार किन्नौर के कल्पा में तापमान शून्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।

उन्होंने बताया कि डलहौजी, मनाली और कुफरी में क्रमश: 0.9, 1.2 और 2.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान था। शिमला में पारा 6.3 डिग्री तक लुढ़क गया।

सिंह ने बताया कि राज्य में सर्वाधिक तापमान 21 डिग्री सेल्सियस उना में दर्ज किया गया।

मौसम कार्यालय ने 25 नवंबर को हिमाचल प्रदेश के लिए भारी बारिश एवं हिमपात को लेकर 'येलो' मौसम चेतावनी जारी की है।

मौसम चेतावनियों में 'येलो' सबसे कम खतरनाक स्तर की चेतावनी है, जो अगले कुछ दिनों में गंभीर मौसम को इंगित करती है।

कश्मीर के कई हिस्सों में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन हिमपात एवं बारिश हुई। मौसम विभाग ने कहा है कि बारिश एवं हिमपात के जारी रहने की संभावना है।

मौसम विभाग ने बताया कि पिछले 36 घंटों में घाटी के ऊंचाई वाले स्थानों पर मध्यम से भारी हिमपात हुआ है और मैदानी इलाकों में हल्का हिमपात एवं बारिश हुई है।

विभाग ने बताया कि मंगलवार को कई स्थानों पर हिमपात एवं बारिश जारी रहने की संभावना है।

विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर कश्मीर के गुलमर्ग में रात के दौरान सात इंच ताजा हिमपात दर्ज किया गया है जबकि पहलगाम में छह इंच बर्फबारी दर्ज की गयी है।

उन्होंने बताया कि ऊंचाई वाले अन्य इलाकों में भी हिमपात की खबरें हैं । इनमें सोनमर्ग जोजिला का मध्य क्षेत्र शामिल है जो श्रीनगर - लेह मार्ग पर स्थित है और घाटी को लद्दाख से जोड़ता है । उन्होंने बताया कि सड़क को सोमवार को यातायात के लिये बंद कर दिया गया है।

मौसम विभाग ने कहा है कि हल्की से मध्यम बारिश एवं हिमपात के बुधवार दोपहर बाद तक जारी रहने की संभावना है। ऊंचाई वाले स्थानों पर कहीं कहीं भारी हिमपात भी हो सकता है।

हरियाणा और पंजाब में ज्यादातर जगहों पर मंगलवार को न्यूनतम तापमान में कुछ वृद्धि दर्ज की गई।

मौसम विभाग के अनुसार, दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान मौसम के औसत से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक 12.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

हरियाणा के अंबाला में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री ऊपर 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

वहीं, पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 13.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो मौसम के सामान्य औसत से सात डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।

वहीं, जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों ने बताया कि पदरी गली और छात्तेरगाला दर्रों के पास बर्फबारी के कारण केन्द्रशासित प्रदेश के डोडा जिले को हिमाचल प्रदेश और पंजाब से जोड़ने वाले भद्रवाह-चम्बा और भद्रवाह-पठानकोट राजमार्ग अवरुद्ध हो गए हैं।

भद्रवाह के अधिकारियों ने बताया कि खानी टाप और खुंडी मराल के बीच 22 किलोमीटर के इलाके में पिछले 24 घंटों में 1.5 से 2 फुट बर्फ गिरने के बाद भद्रवाह-चम्बा मार्ग वाहनों के लिए बंद हो गया है।

उन्होंने बताया कि छात्तेरगाला दर्रा क्षेत्र में करीब तीन फुट बर्फ गिरने के बाद भद्रवाह-पठानकोट मार्ग भी बंद हो गया है।

अधिकारियों के अनुसार लगातार हो रही बर्फबारी के कारण सड़क को खोलने के प्रयास विफल हो रहे हैं।

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