अमेठी के लिए स्मृति ईरानी करेंगी वो काम जो राहुल गांधी भी नहीं कर पाये, राजीव गांधी का था ये सपना
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 13, 2019 08:57 PM2019-07-13T20:57:48+5:302019-07-13T20:57:48+5:30
बीजेपी नेता स्मृति ईरानी 2014 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से हार गईं थी और राहुल गांधी जीते थे। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने अमेठी से जीत दर्ज की है। राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी और वायनाड लोकसभा सीट दोनों जगह से चुनाव लड़े थे। जिसमें से वो वायनाड से जीते हैं।
केन्द्रीय मंत्री और अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी ने वर्षों से प्रतीक्षित अमेठी-सुलतानपुर रेल लाइन को लेकर सक्रिय हो गई हैं। 34.36 किमी लंबे रेल पथ के लिए काम तेज हो गया है। यह रेल लाइन सुलतानपुर और अमेठी जिले के 37 गांवों से होकर गुजरेगी। रेलमंत्री पीयूष गोयल से ईरानी के पिछले दिनों मुलाकात के बाद लंबे समय से लंबित प्रोजेक्ट अमेठी-सुलतानपुर रेलमार्ग पर काम शुरू हुआ है। इसके लिए सर्वे का भी काम पूरा हो चुका है।
साल 2013 में बतौर सांसद राहुल गांधी ने इस नए रेलपथ की बुनियाद तो रखी थी लेकिन काम शुरू नहीं हो सका। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का भी ये सपना था कि अमेठी-सुलतानपुर रेलमार्ग बने।
स्मृति ईरानी ने इसके लिए अमेठी-सुलतानपुर रेल पथ के लिए काम में तेजी लाए जाने के भी निर्देश दिये हैं। प्रोजेक्ट के लिए 37 गांवों की 133.36 हेक्टेअर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। यह गांव अमेठी व सुलतानपुर दोनों जिले में आते हैं। इनमें से सुलतानपुर जिले के लिए मुआवजा वितरण के लिए राशि आ चुकी है। अमेठी से सुलतानपुर और अठेहा, सलोन होते हुए रायबरेली के लिए विशेष रेल रूट तैयार करने की योजना की गई है।
34.366 किमी लंबे रेल पथ पर तीन स्टेशन बनाए जाएंगे। यह स्टेशन क्रमश: पिंडोरिया, धम्मौर व दिकौली में बनाए जाएंगे। इस रेल पथ के बन जाने से अमेठी रेल मार्ग से बाराबंकी जनपद और अयोध्या मंडल मुख्यालय से भी जुड़ जाएगा।
बीजेपी नेता स्मृति ईरानी 2014 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से हार गईं थी और राहुल गांधी जीते थे। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने अमेठी से जीत दर्ज की है। राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी और वायनाड लोकसभा सीट दोनों जगह से चुनाव लड़े थे। जिसमें से वो वायनाड से जीते हैं।