मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा में जोरदार हंगामा, जानें क्या बोले पीएम मोदी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 19, 2021 12:26 PM2021-07-19T12:26:28+5:302021-07-19T14:03:47+5:30
संसद का मानसून सत्र हंगामे के बीच आज से शुरु हो गया। नए सांसदों की शपथ के साथ लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई। इसके बाद पीएम मोदी जैसे ही नए मंत्रियों का परिचय करवाने खड़े हुए, विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया।
संसद का मानसून सत्र हंगामे के बीच आज से शुरु हो गया। नए सांसदों की शपथ के साथ लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई। इसके बाद पीएम मोदी जैसे ही नए मंत्रियों का परिचय करवाने खड़े हुए, विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष के शोर-शराबे पर मोदी ने कहा कि कुछ लोगों को महिलाओं, दलितों और किसानों का मंत्री बनना पसंद नहीं आया, इसीलिए उनके परिचय के वक्त हंगामा किया जा रहा है।
मोदी ने कहा, 'मैं सोच रहा था कि आज सदन में उत्साह का वातावरण होगा क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में हमारी महिला सांसद, दलित भाई, आदिवासी, किसान परिवार से सांसदों को मंत्रिमंडल में मौका मिला हैं। उनका परिचय करने का आनंद होता, हर बेंच पर से बेंच थप थपा कर उनका गौरव किया गया होता लेकिन शायद देश के दलित, महिला, आदिवासी और किसानों के बेटे मंत्री बनें ये बात कुछ लोगों को रास नहीं आती है। इसलिए उनका परिचय तक नहीं होने देते।'
It seems some people cannot digest that more women, SC, ST and OBC community members are becoming Ministers: PM @narendramodi in the Lok Sabha
— PMO India (@PMOIndia) July 19, 2021
सत्र से पहले से प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों से सदन में शांति बनाए रखने की अपील की थी। संसद के बाहर पीएम ने पत्रकारों से कहा, 'मैं सभी सांसदों से आग्रह करूंगा कि वे तीखे से तीखे सवाल पूछें, बार-बार सवाल पूछें, लेकिन शांत वातावरण में सरकार को जवाब देने का मौका भी दें।'
I would like to urge all the MPs & all the parties to ask the most difficult & sharpest questions in the Houses but should also allow the Govt to respond, in a disciplined environment. This will boost the democracy, strengthen people's trust & improve pace of development: PM Modi pic.twitter.com/eG6FoqTcl8
— ANI (@ANI) July 19, 2021
मोदी ने कहा कि, सदन में सार्थक और परिणामकारी चर्चा होनी चाहिए। इससे जनता-जनार्दन को भी जानकारी मिलती है। देश की गति भी तेज होती है। देश की जनता जो जवाब चाहती है, वो जवाब देने की सरकार की पूरी तैयारी है।'
पीएम मोदी ने सभी से कोरोना वैक्सीन लगवाने की अपील करते हुए कहा, 'मैं आशा करता हूं कि आप सब को वैक्सीन का एक डोज लग गया होगा, लेकिन मेरी आप सब से प्रार्थना है कि सदन में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने में सहयोग दें। ये वैक्सीन बाहु पर लगती है और जब वैक्सीन बाहु पर लगती है, तो आप बाहुबली बन जाते हैं। कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए बाहुबली बनने का यही तरीका है कि आपके बाहु पर वैक्सीन लगवा लीजिए, अब तक 40 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बाहुबली बन चुके हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना महामारी से जारी लड़ाई में सभी पार्टियों से संवाद बरकरार रखने पर जोर दिया, उन्होंने कहा, 'मैं चाहता हूं कि सदन में महामारी समेत सभी मुद्दों पर सार्थक चर्चा हो। सारे सुझाव भी सांसदों से मिलें, इससे कोरोना के खिलाफ लड़ाई में नयापन आ सकता है। कुछ कमी रह गई हो, तो उन्हें ठीक किया जा सकता है।' प्रधानमंत्री ने महामारी को लेकर राज्यों के साथ जारी नियमित संवाद का भी जिक्र किया, उन्होंने कहा, 'मैं लगातार अलग-अलग मुख्यमंत्रियों से चर्चा कर रहा हूं। इसलिए सदन जब चल रहा है, तो इस पर बात करने में आसानी होगी।'