स्वर्ण मंदिर में ऑपरेशन ब्लू स्टार की 38वीं बरसी पर गूंजा खालिस्तान का नारा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 6, 2022 04:50 PM2022-06-06T16:50:40+5:302022-06-06T17:00:18+5:30
ऑपरेशन ब्लू स्टार की 38वीं बरसी पर स्वर्ण मंदिर में कई युवा खालिस्तान के समर्थन में लिखी तख्तियों के साथ अकाल तख्त के पास पहुंच गये और उन्होंने भिंडरावाले के साथ-साथ खालिस्तान के समर्थक में काफी देर तक नारेबाजी की।
अमृतसर: स्वर्ण मंदिर में कुछ सिख कट्टरपंथियों ने खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाये हैं। जानकारी के मुताबिक ऑपरेशन ब्लूस्टार की 38वीं बरसी पर शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) और कुछ अन्य सिख कट्टरपंथी सिख संगठनों ने रविवार को जरनैल सिंह भिंडरावाले के समर्थन में नारों को बुलंद किया, जिससे स्वर्ण मंदिर में कुछ समय के लिए अफरा-तफरी मच गई।
बताया जा रहा है कि स्वर्ण मंदिर में कई युवा खालिस्तान के समर्थन में लिखी तख्तियों के साथ अकाल तख्त के पास पहुंच गये और उन्होंने भिंडरावाले के साथ-साथ खालिस्तान के समर्थक में काफी देर तक नारेबाजी की।
नारे लगाने वाले युवाओं में कुछ ने साल 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गये सिख अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले की तस्वीर वाली टी-शर्ट भी पहनी हुई थी।
पुलिस के मुताबिक राज्य के कानून-व्यवस्था को भंग करने के लिए पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान के नेतृत्व वाले शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के कार्यकर्ताओं ने खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की है।
भिंडरावाले और खालिस्तान के अलावा सिख युवाओं ने हाल में अज्ञात हमलावरों की गोलियों के शिकार हुए पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के समर्थन में भी नारेबाजी की और उनके हत्यारों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की।
मालूम हो कि साल 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सिख अलगाववादियों द्वारा जरनैल सिंह भिंजरावाले की अगुवाई में स्वर्ण मंदिर पर हथियारों के बल पर कब्जा किये जाने और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से अगल खालिस्तान की मांग के विरोध में सेना को ऑपरेशन ब्लूस्टार चलाने का आदेश दिया था।
उस सैन्य अभियान में सेना के द्वारा स्वर्ण मंदिर में कई सिख अलगाववादियों को मार गिराया गया था, जिसमें भिंडरावाले भी मारा गया गया था। इसी ऑपरेशन ब्लू स्टार का बदला लेने के लिए इंदिरा गांधी के सिख अगंरक्षकों सतवंत सिंह और बेअंत सिंह ने उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया था। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)