स्काईमेट के दावे को मौसम विभाग ने किया खारिज, कहा- अगस्त-सितंबर में सामान्य रहेगा मॉनसून
By स्वाति सिंह | Published: August 4, 2018 01:32 PM2018-08-04T13:32:36+5:302018-08-04T14:16:05+5:30
मौसम विभाग के मुताबिक अगस्त 2018 के दौरान बारिश के एलपीए के 96 फीसदी (प्लस-माइनस नौ) से कम होने की संभावना है।
नई दिल्ली, 4 अगस्त: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूर्वानुमान जताया कि अगस्त-सितंबर महीने में मानसून सामान्य रहेगा।आईएमडी के अनुसार देश में औसत 96 प्रतिशत बारिश की संभावना है। जबकि पहले 95 प्रतिशत रहने का अंदाजा जताया गया था। विभाग की ओर से दक्षिण पश्चिम मानसून के उत्तरार्ध के लिए जारी पूर्वानुमान के मुताबिक अगस्त महीने में देश में बारिश की मात्रा लंबे समय तक का औसत 96 प्रतिशत होने की उम्मीद है। इसमें त्रुटि की आशंका धनात्मक और ऋणात्मक तौर पर नौ अंक तक हो सकती है। इसके पहले जून में व्यक्त किए गये पूर्वानुमान की तुलना में वर्षा की मात्रा अपेक्षाकृत रूप से अधिक रहने की संभावना है। विभाग ने मात्रात्मक रूप से अगस्त और सितबंर के दौरान देश में बारिश की मात्रा दीर्घ अवधि औसत का 95 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई है।
दक्षिण पश्चिम मानसून मौसम के दूसरे छमाही के दौरान बारिश को लेकर अपने दूसरे लांग रेंज पूर्वानुमान को जारी करते हुए आईएमडी ने कहा कि जुलाई अंत तक का पूर्वानुमान बताता है कि बिहार, झारखंड और पूर्वोत्तर के राज्यों को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों में बारिश अच्छी रही। इसके मुताबिक अगले दो महीने में वर्षा के अनुकूल रहने की उम्मीद है जिससे खरीफ के मौसम के दौरान खेती के लिए उम्मीदें बढ़ गई हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक अगस्त 2018 के दौरान बारिश के एलपीए के 96 फीसदी (प्लस-माइनस नौ) से कम होने की संभावना है और जून में की गई भविष्यवाणी की तुलना में इसके अधिक होने की संभावना है। मात्रात्मक रूप से, मौसम की दूसरी छमाही के दौरान देश में बारिश के एलपीए के 95 फीसदी तक रहने की संभावना है। वहीं अगर बारिश एलपीए का 96-104 फीसदी हो तो इसे सामान्य समझा जाता है और अगर यह एलपीए का 90-96 फीसदी हो तो इसे सामान्य से नीचे' समझा जाता है।
आईएमडी ने कहा कि अगस्त-सितंबर की अवधि में सामान्य सीमा एलपीए का 94-100 फीसदी है। निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ने पहले ही इस साल के मानसून को लेकर अपने पूर्वानुमान को कम कर दिया है। अप्रैल में अपने शुरुआती पूर्वानुमान में स्काईमेट ने कहा था कि देश में बारिश एलपीए की 100 फीसदी रहेगी, जो सामान्य की श्रेणी में आता है। अपने ताजा पूर्वानुमान में स्काईमेट ने कहा कि अगस्त में यह एलपीए का 88 फीसद और सितंबर में इसमें थोड़़ा सुधार देखा जा सकता है जो कि एलपीए का 93 फीसद रह सकता है।
अनुमान लगाए जाने के अनुसार बारिश की मात्रा आठ प्रतिशत कम या अधिक हो सकती है। दोनों ही स्थितियों में यह सामान्य से औसत स्तर की श्रेणी में आता है। विभाग ने दक्षिण पश्चिम मानसून के शुरुआती दो महीनों, जून और जुलाई में बिहार, झारखंड और पूर्वोत्तर राज्यों को छोड़कर पूरे देश में बहुत बेहतर बारिश होने की बात कही थी। विभाग ने कहा कि वर्षा के अनुकूल वितरण की स्थितियों को देखते हुए बारिश के मौसम की शेष अवधि के दौरान देश में लगातार बारिश होने की संभावना जतायी है। यह कृषि कार्यों के लिए अनुकूल रहेगी।
(भाषा इनपुट के साथ)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ सब्सक्राइब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट!