Budget 2021: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टैबलेट से पढ़ा आम बजट, 110 मिनट के भाषण में 90 से ज्यादा बार थपथपाई गई मेज
By भाषा | Published: February 1, 2021 08:14 PM2021-02-01T20:14:23+5:302021-02-01T20:38:53+5:30
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बजट 2021-22 पेश कर दिया है...
Union Budget 2021-22: कोविड-19 के प्रभाव के मद्देनजर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लीक से हटते हुए सोमवार को वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट कागजी दस्तावेज के बजाय टैबलेट से पढ़ा।
कुछ सदस्यों ने किसानों के मुद्दे पर नारेबाजी की
लोकसभा में सत्तापक्ष की सीटों की दूसरी कतार में खड़ीं वित्त मंत्री सीतारमण जब बजट पेश कर रही थीं तब शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल, सुखवीर सिंह बादल, आम आदमी पार्टी के भगवंत मान और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने तीन नये कृषि कानूनों को लेकर विरोध दर्ज कराया।
हरसिमरत, सुखवीर, बेनीवाल अपने हाथों में तख्ती लिये हुए थे जिनमें केंद्र सरकार से तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग वाले नारे लिखे थे। हरसिरमत कौर बादल, सुखवीर बादल और हनुमान बेनीवाल ने सदन से वॉकआउट भी किया।
निर्मला सीतारमण ने 1 घंटा 50 मिनट दिया बजट भाषण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 1 घंटा 50 मिनट के बजट भाषण के दौरान सत्तापक्ष के सदस्यों ने 90 से अधिक बार मेजें थपथपाकर विभिन्न प्रस्तावों का स्वागत किया। कई घोषणाओं का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मेज थपथपा कर स्वागत किया।
निर्मला सीतारमण का सबसे छोटा बजट भाषण
यह निर्मला सीतारमण द्वारा पढ़ा गया सबसे कम अवधि का बजट भाषण था। पिछले वर्ष उन्होंने अपना सबसे लम्बा बजट भाषण पढ़ा था। जुलाई 2019 में उन्होंने पहला बजट भाषण पढ़ा था जो 137 मिनट का था और 2020 में यह 160 मिनट का था। हालांकि पिछले वर्ष तबियत सही नहीं होने के कारण उन्हें अंत में बजट भाषण छोटा करना पड़ा था।
सीतारमण ने इस बार भी लाल रंग के ‘बही खाता’ लाने का चलन जारी रखा। हालांकि इस बार कागज के दस्तावेज के स्थान पर टैबलेट था।
बहरहाल, बजट पेश करते समय जब वित्त मंत्री ने कृषि एवं किसानों से जुड़े प्रस्ताव पढ़ने शुरू किये तब कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने ‘जय किसान’ और ‘कानून वापस लो’ के नारे लगाए।
तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल से जुड़ी परियोजनाओं का उल्लेख
सीतारमण ने जब बजट प्रस्ताव में तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल से जुड़ी परियोजनाओं का उल्लेख किया तब तृणमूल कांग्रेस और कुछ अन्य दलों के सदस्यों को कुछ कहते देखा गया।
बजट पेश किये जाने के समय सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह सहित कई केंद्रीय मंत्री मौजूद थे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अलावा सपा नेता मुलायम सिंह यादव, द्रमुक नेता टी आर बालू, एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी, राकांपा नेता सुप्रिया सुले, बीजद नेता पिनाकी मिश्रा और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला आदि सदन में मौजूद थे।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
सामाजिक दूरी के मानदंडों के कारण रेल मंत्री पीयूष गोयल सहित कई मंत्रियों और सदस्यों को राज्यसभा में बैठे देखा गया। बजट पढ़ते हुए सीतारमण ने रवीन्द्र नाथ टैगोर और तमिल भाषा के कवि थिरूकुक्कुरल को उद्धृत किया। इस पर कुछ सदस्यों को टिप्पणियां करते सुना गया।
सीतारमण ने थिरूकुक्कुरल की जिन पंक्तियों को उद्धृत किया, उसका आशय है कि एक राजा/शासक वह होता है जो धन सृजित और अधिग्रहीत करता है तथा साझा भलाई के लिये इसकी सुरक्षा और वितरण करता है।
सीतारमण ने अगले वित्त वर्ष में पूंजीगत व्यय में भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव किया है। उन्होंने सोमवार को आम बजट 2021-22 पेश करते हुए 2021-22 में पूंजीगत व्यय बढ़ाकर 5.54 लाख करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया है।
बजट इस बार कागज पर प्रिंट नहीं
चालू वित्त वर्ष 2020-21 के लिए पूंजीगत व्यय का बजट 4.39 लाख करोड़ रुपये है। इस बार का बजट कागज पर प्रिंट नहीं हुआ है। बजट दस्तावेज सभी सांसदों समेत आम जनता के लिये डिजिटल स्वरूप में उपलब्ध कराया गया।
सीतारमण आज सदन में बंगाल की लाल पार की साड़ी पहन कर आयी थीं जो विशेष अवसरों पर पहनी जाती है। बजट भाषण पूरा होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह एवं बीजद नेता पिनाकी मिश्रा सहित कई नेताओं एवं सदस्यों ने वित्त मंत्री के पास जाकर उन्हें बधाई दी।