सीताराम येचुरी ने राहुल से कहा, साफ करें कि वह वाम दल से लड़ना चाहते हैं या भाजपा से
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 20, 2019 06:21 AM2019-04-20T06:21:33+5:302019-04-20T06:21:33+5:30
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से यह स्पष्ट करने को कहा है कि वह भाजपा के साथ लड़ने के इच्छुक हैं
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से यह स्पष्ट करने को कहा है कि वह भाजपा के साथ लड़ने के इच्छुक हैं या वाम दलों के साथ क्योंकि उन्हें लगता है कि वाम का गढ़ माने जाने वाले वायनाड से चुनाव लड़ने के कांग्रेस अध्यक्ष के फैसले से अलग संदेश गया है. येचुरी ने यह संकेत भी दिया कि राहुल का यह निर्णय चुनाव के बाद दोनों दलों के एक साथ आने से नहीं रोकेगा.
उन्होंने कहा, ''केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर लड़ाई कांग्रेस की अगुवाई वाली यूडीएफ और वाम दल की अगुवाई वाली एलडीएफ के बीच है, चाहे उम्मीदवार राहुल अथवा कोई एक्सवाईजेड हो. हम आज कह रहे हैं कि भारत को बचाने के लिए हमें भाजपा को हराना आवश्यक है.'' उन्होंने कहा, ''अब राहुल गांधी क्या करना चाहते हैं यह उन पर है.
राहुल अपनी मां और दादी से अलग, जिन्होंने कर्नाटक में भाजपा के खिलाफ लड़ा था, केरल में वाम दल के खिलाफ लड़कर क्या संदेश देना चाहते हैं. उन्हें देश को बताना चाहिए कि वह भाजपा के खिलाफ लड़ाई के इच्छुक हैं या वाम दल के. उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए.''
इदिरा गांधी ने अक्तूबर 1978 में चिकमंगलूर से जबकि सोनिया गांधी ने 1999 में बेल्लारी से चुनाव लड़ा था और यह दोनों ही संसदीय क्षेत्र कर्नाटक में है. यह पूछे जाने पर कि माकपा प्रस्तावित धर्मनिरपेक्ष सरकार का हिस्सा होगा अथवा वह अपनी भूमिका बाहर से समर्थन तक ही सीमित रखेगी, माकपा महासचिव ने कहा कि इसका निर्णय चुनाव के बाद किया जाएगा.