मां सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी को भी अयोध्या के बराबर दर्जा देना चाहिएः पिंटू
By भाषा | Published: July 9, 2019 03:28 PM2019-07-09T15:28:12+5:302019-07-09T15:28:12+5:30
शून्यकाल के दौरान पहली बार अपनी बात रखी और कहा कि सीतामढ़ी मां जानकी की जन्मस्थली है और इसका महत्व किसी भी तरह से अयोध्या से कम नहीं है। सरकार को सीतामढ़ी को अयोध्या का दर्जा देकर विकास कार्यो पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने मंगलवार को लोकसभा में अपने क्षेत्र सीतामढ़ी में आधारभूत अवसंरचना की कमी का मुद्दा उठाया और कहा कि सरकार को विकास कार्यों में मां सीता की जन्मस्थली को भी अयोध्या के बराबर दर्जा देना चाहिए।
उन्होंने सदन में शून्यकाल के दौरान पहली बार अपनी बात रखी और कहा कि सीतामढ़ी मां जानकी की जन्मस्थली है और इसका महत्व किसी भी तरह से अयोध्या से कम नहीं है। सरकार को सीतामढ़ी को अयोध्या का दर्जा देकर विकास कार्यो पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
पिंटू ने कहा कि सीतामढ़ी से नेपाल की तरफ जाने वाला मार्ग लंबे समय से खराब है, जिस पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दरभंगा और मुजफ्फरपुर में हवाई अड्डों से उड़ानों का परिचालन जल्द शुरू होना चाहिए ताकि सीतामढ़ी पहुंचने वालों को भी फायदा हो सके।
कांग्रेस उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि आंध्र प्रदेश के बंटवारे के समय तेलंगाना से कुछ वादे किए गए थे जो अब तक पूरे नहीं हुए। सरकार को उन वादों को पूरा करना चाहिए। भाजपा के गणेश सिंह ने वन कटाई का मुद्दा उठाया और कहा कि प्रभावित इलाकों में मनरेगा के तहत वृक्षारोपण का काम किया जाना चाहिए।
इसके अलावा भाजपा के उदय प्रताप सिंह, रेखा वर्मा, संगीता सिंह देव, तीरथ सिंह रावत और गोपाल जी ठाकुर, तृणमूल कांग्रेस के असीत कुमार मल तथा कई अन्य सदस्यों ने अपने अपने क्षेत्रों के मुद्दे उठाए।