सिद्धारमैया ने कहा-विधानसभा उपचुनाव में 15 में 12 सीटें जीतेंगे
By भाषा | Published: November 12, 2019 08:57 PM2019-11-12T20:57:10+5:302019-11-12T20:57:10+5:30
सिद्धारमैया, जो कांग्रेस विधायक दल के नेता भी हैं, ने कहा, ‘‘मैंने कहा है कि हम 12 सीटें जीतेंगे, अगर हम सभी 15 सीटें जीत गए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।’’ उन्होंने विजयपुरा में संवाददाताओं से कहा कि अयोग्य ठहराए गए उम्मीदवारों की याचिका पर बुधवार को उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद कांग्रेस राज्य इकाई आलाकमान के साथ चर्चा करेगी और उसके बाद बाकी सात सीटों पर उम्मीदवारों के नाम के बारे में फैसला किया जाएगा।
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने मंगलवार को विश्वास जताया कि कर्नाटक में अगले महीने होने वाले उपचुनावों में उनकी पार्टी 15 विधानसभा सीटों में कम से कम 12 पर जीत हासिल करेगी। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा और जद(एस) के बीच ‘‘आपसी तालमेल’’ होने का संदेह जताया और स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी ‘ऑपरेशन कमला’ (विरोधी पार्टी के विधायकों को गलत तरीके से निशाना बनाना) जैसे किसी कृत्य में शामिल नहीं होगी।
सिद्धारमैया, जो कांग्रेस विधायक दल के नेता भी हैं, ने कहा, ‘‘मैंने कहा है कि हम 12 सीटें जीतेंगे, अगर हम सभी 15 सीटें जीत गए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।’’ उन्होंने विजयपुरा में संवाददाताओं से कहा कि अयोग्य ठहराए गए उम्मीदवारों की याचिका पर बुधवार को उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद कांग्रेस राज्य इकाई आलाकमान के साथ चर्चा करेगी और उसके बाद बाकी सात सीटों पर उम्मीदवारों के नाम के बारे में फैसला किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पार्टी आठ सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर चुकी है। कर्नाटक में अयोग्य ठहराए गए विधायकों की 17 में से 15 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इन विधायकों के इस्तीफे और विश्वास मत से गैरमौजूदगी के चलते कांग्रेस-जद(एस) की गठबंधन सरकार गिर गई थी और इसके बाद राज्य में भाजपा के लिए सत्ता में आने का रास्ता साफ हो गया।
राज्य में पांच दिसंबर को उपचुनाव होने हैं। कांग्रेस-जद(एस) के अयोग्य ठहराए गए 17 विधायकों की याचिका पर उच्चतम न्यायालय 13 नवंबर को फैसला सुनाएगा। इन विधायकों ने तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार द्वारा उन्हें अयोग्य ठहराने के फैसले को चुनौती दी है। भाजपा को सत्ता में बने रहने के लिए इन उपचुनावों के दौरान 15 में कम से कम छह सीटों पर जीत दर्ज करनी जरूरी है।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने अदालत के फैसले के बाद इन अयोग्य ठहराए गए विधायकों को ही उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। जद(एस) के भाजपा के करीब आने की अटकलों के बारे में पूछने पर सिद्धारमैया ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि उनके बीच क्या आंतरिक समझ बन रही है। जिस तरह आपको (मीडिया) संदेह है, उसी तरह मुझे भी संदेह है कि आंतरिक तालमेल हो सकता है।’’