सिद्धगंगा मठ के महंत शिवकुमार स्वामी के निधन पर शोक की लहर, जानें पीएम मोदी से लेकर राहुल गांधी तक ने क्या-क्या कहा?
By पल्लवी कुमारी | Published: January 21, 2019 03:42 PM2019-01-21T15:42:46+5:302019-01-21T15:42:46+5:30
कर्नाटक के सिद्धगंगा मठ के प्रमुख शिवकुमार स्वामी के अंतिम दर्शन करने के लिए मठ में VIP लोगों का तांता लगा हुआ है। कर्नाटक के सभी 30 जिलों में स्वामी का मठ है।
कर्नाटक के सिद्धगंगा मठ के प्रमुख शिवकुमार स्वामी का 111 साल की उम्र में निधन हो गया। पिछले कुछ दिनों से गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे और अस्पताल में भर्ती थे। स्वामी के मरने के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई। ट्विटर पर #ShivakumaraSwamiji ट्रेंड करने लगा है। इस ट्रेंड के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी ट्वीट करके शोक जताया है। बता दें कि कर्नाटक में तीन दिन का राजकीय शोक है। स्वामीजी द्वारा स्थापित सिद्धगंगा एजुकेशन सोसायटी ने घोषणा की, ‘‘स्वामीजी पूर्वाह्न 11 बजकर 44 मिनट पर अपना नश्वर शरीर छोड़कर स्वर्ग के लिए प्रस्थान कर गए।’’
पीएम मोदी ने अपनी और शिवकुमार स्वामी की तस्वीर शेयर कर लिखा, मुझे श्रीशिवकुमार स्वामी के श्री सिद्धगंगा मठ की यात्रा में जाकर उनका आशीर्वाद लेने का मौका मिला था। पीएम मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए लिखा, श्रीशिवकुमार स्वामी की बातें गरीब और कमजोर लोगों के लिए ज्यादा हितकारी है। उन्होंने अपने खुद को गरीबी, भुखमरी और सामाजिक अन्याय जैसी बीमारियों को कम करने के लिए समर्पित किया। शिवकुमार स्वानी अपने अनगिनत भक्तों के साथ प्रार्थना और एकजुटता दुनिया भर में फैली है।
I have had the privilege to visit the Sree Siddaganga Mutt and receive the blessings of His Holiness Dr. Sree Sree Sree Sivakumara Swamigalu.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 21, 2019
The wide range of community service initiatives being done there are outstanding and are at an unimaginably large scale. pic.twitter.com/wsmRp2cERd
ट्वीट में मोदी ने कहा कि आध्यात्मिक गुरू एक महान व्यक्तित्व हैं और उनकी उत्कृष्ट सेवा का लाखों लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
HH Dr. Sree Sree Sree Sivakumara Swamigalu remained at the forefront of ensuring better healthcare and education facilities for the marginalised.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 21, 2019
He represents the best of our traditions of compassionate service, spirituality and protecting the rights of the underprivileged. pic.twitter.com/Tp6o5ULU2d
प्रधानमंत्री ने नरेन्द्र मोदी ने पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे आध्यात्मिक गुरू श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामीगालू के शीघ्र स्वस्थ होने की बृहस्पतिवार को कामना भी की थी।
His Holiness Dr. Sree Sree Sree Sivakumara Swamigalu lived for the people, especially the poor and vulnerable. He devoted himself towards alleviating ills like poverty, hunger and social injustice.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 21, 2019
Prayers and solidarity with his countless devotees spread all across the world. pic.twitter.com/AqgOLgqTrn
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, मुझे सिद्धगंगा मठ के पोंटिफ शिवकुमार स्वामी जी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ है। स्वामी जी सभी धर्मों और समुदायों के करोड़ों भारतीयों के प्रति आदर और सम्मान करते थे। उनका गुजरना एक गहरी आध्यात्मिक शून्य को पीछे छोड़ देता है। उनके सभी अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदना हैं।
I am sorry to hear about the passing of Shivakumar Swami Ji, Pontiff of the Siddaganga Mutt. Swami Ji was respected & revered by millions of Indians, from all religions & communities. His passing leaves behind a deep spiritual void. My condolences to all his followers.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 21, 2019
कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा, कर्नाटक के सिद्धगंगा मठ के प्रमुख और लिंगायत धर्मगुरु डॉ शिवकुमार स्वामी का 111 साल की उम्र में निधन दुःखद समाचार है।
कर्नाटक के सिद्धगंगा मठ के प्रमुख और लिंगायत धर्मगुरु डॉ शिवकुमार स्वामी का 111 साल की उम्र में निधन दुःखद समाचार है।
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) January 21, 2019
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।
ॐ शांति#ShivakumaraSwamiji#SiddagangaMuttpic.twitter.com/SDggqErfTK
सिध्दारमैया ने ट्वीट करते हुए कहा, जब मैं मुख्यमंत्री था, तब उनसे काफी कुछ सीखाया और मैं खुध उनके कामों से बहुत प्रेरित था।
Anna Bhagya, Ksheera Bhagya, VidyaSiri & other schemes initiated & implemented during my tenure as Chief Minister was all inspired by the selfless dedicated work of Shri. Shivakumara Swamiji.#DrShivakumaraswamiji
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) January 21, 2019
बीजेपी के नेता, राजीव प्रताभ रेडी ने कहा, श्रीशिवकुमार स्वामी जी के निधन से वेदना और गहरा दुःख हुआ। एक उल्लेखनीय व्यक्तित्व जिसने समाज को अपनी उत्कृष्ट सेवा के माध्यम से करोड़ों लोगों को प्रभावित किया। उनका निधन समाज के लिए बहुत बड़ी क्षति है।
Pained and deeply saddened by the passing away of His Holiness Dr. Shri Shri Shri Shivakumara Swami ji. A remarkable personality who impacted crores of lives through his outstanding service to the society. His demise is a great loss for the society. Om Shanti#ShivakumaraSwamijipic.twitter.com/SFmiq5WCei
— Rajiv Pratap Rudy (@RajivPratapRudy) January 21, 2019
कर्नाटक के पूर्व सीएम बीएस येदुयुरप्पा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि राष्ट्र ने एक महान हस्ती खो दी है। उनका जाना एक बड़ा नुकसान है। उन्होंने वह पूरा जीवन जिया जो इतिहास में अद्वितीय है। वह 90 साल तक काम करते रहे।
कैबिनेट मंत्री राजनाथ सिंह ने भी महंत शिवकुमार स्वामी के निधन पर शोक जताया है।
Deeply pained by the demise of respected Lingayat seer of Siddaganga mutt, Sri Shivakumara Swamiji. Swamiji inspired people to serve the society and bring positive change. His focus on spreading education & learning transformed many lives. His demise is a great loss for society.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) January 21, 2019
शिवकुमार स्वामी के मरने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी सिद्धगंगा मठ पहुंचे। इसके अलावा बीएस येदियुरप्पा और एमबी पाटिल और केजी जॉर्ज और साधना गोडवा भी मौजूद थे। इसके अलावा बीएस येदियुरप्पा और एमबी पाटिल और केजी जॉर्ज और साधना गोडवा भी मौजूद थे। उनके अंतिम दर्शन करने के लिए मठ में VIP लोगों का तांता लगा हुआ है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने तुमकुरू में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे अत्यंत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि साक्षात् भगवान, परम पूज्य सिद्धगंगा श्री का निधन हो गया है। यह राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने समाज के प्रति जो योगदान किया उससे पूरे राज्य में लाखों लोगों का जीवन बदल गया। उन्होंने कई लोगों के भविष्य को आकार देने का काम किया।’’
1908 को कर्नाटक के वीरापुरा गांव में हुआ था स्वामीजी का जन्म
मठ की वेबसाइट के अनुसार श्रद्धेय स्वामीजी का जन्म एक अप्रैल 1908 को कर्नाटक के वीरापुरा गांव में हुआ था। स्वामीजी द्वारा स्थापित श्री सिद्धगंगा कालेज आफ एजुकेशन की वेबसाइट पर उनकी जन्मतिथि एक अप्रैल 1907 के तौर पर उल्लेखित है। कर्नाटक के सभी 30 जिलों में स्वामी का मठ है। जातीय समीकरण के लिहाज से मठों का अपना प्रभुत्व और दबदबा है जो राजनीतिक दलों को उनकी ओर आकर्षित करता है। राज्य में सबसे अधिक दबदबे वाले लिंगायत समुदाय की संख्या 18 फीसदी है। कुमारस्वामी ने मंगलवार को सरकारी छुट्टी और तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की।
पद्म भूषण और कर्नाटक रत्न पुरस्कार से सम्मानित स्वामीजी की तबीयत पिछले दो महीने से खराब थी और यकृत संबंधी जटिलताओं को लेकर दो महीने पहले चेन्नई के एक अस्पताल में उनकी सर्जरी की गई थी। स्वामीजी की स्थिति में थोड़ा सुधार दिखायी दिया था लेकिन पिछले कुछ दिनों से उनकी स्थिति अचानक खराब होने लगी।
स्वामीजी की स्थिति नाजुक होने के बारे में जानकारी होने पर कुमारस्वामी, कांग्रेस नेता सिद्धरमैया और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा एवं राज्य के अन्य वरिष्ठ नेता दिन का अपना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द करके तुमकुरू पहुंचे।