हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा- मदरसों को बंद करने और समान नागरिक संहिता लाने से मुस्लिमों को फायदा
By विशाल कुमार | Published: May 23, 2022 06:52 AM2022-05-23T06:52:31+5:302022-05-23T06:54:13+5:30
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि राहुल गांधी अप्रत्यक्ष रूप से भारत को राज्यों का संघ कहकर अलगाववादी तत्वों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। यदि भारत राज्यों का संघ है, तो 5,000 वर्षों के समृद्ध इतिहास का क्या होगा?
नई दिल्ली:असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि जो कोई भी मदरसों को बंद करता है और समान नागरिक संहिता की बात करता है, वह वास्तव में भारतीय मुसलमानों का हितैषी है और राहुल गांधी अप्रत्यक्ष रूप से भारत को राज्यों का संघ कहकर अलगाववादी तत्वों को प्रोत्साहित कर रहे हैं।
सरमा ने दिल्ली में आरएसएस से जुड़ी पत्रिकाओं पांचजन्य और ऑर्गनाइजर के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम में कहा कि राज्य में सरकार द्वारा वित्त पोषित मदरसों को बंद करने का विवादास्पद कदम उठाने वाले असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर भारतीय मुसलमानों को शिक्षा में प्रगति करनी है तो मदरसा शब्द विलुप्त हो जाना चाहिए। यदि आप धर्म की शिक्षा देना चाहते हैं, तो आप इसे घर पर करें। स्कूलों में आप विज्ञान, गणित सीखते हैं।
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए सरमा ने कहा कि हमें हिंदुत्व के लिए ऐसा नहीं करना है। जो मदरसों को बंद करते हैं और समान नागरिक संहिता लागू करते हैं, भारतीय मुसलमान उन्हें अपना दोस्त और ओवैसी को अपना दुश्मन कहें।
इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि भारत राज्यों का संघ है, तो 5,000 वर्षों के समृद्ध इतिहास का क्या होगा? जब कांग्रेस ने खुद को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कहा और पूरे भारत में बैठकें कीं, तो क्या इसका मतलब राज्यों के संघ के रूप में था?
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इसे राज्यों का संघ बताकर देश को तोड़ने की बात कर रहे हैं। परोक्ष रूप से वह अलगाववादी भावनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं। यह उल्फा के कहने से अलग नहीं है, केवल इस्तेमाल की जाने वाली भाषा अलग हो सकती है।
उन्होंने कहा कि लेकिन यह उनकी गलती नहीं है। हो सकता है कि वह जेएनयू के किसी से ट्यूशन ले रहे हों और ये बातें सीख रहे हों। बता दें कि, शनिवार को लंदन में एक कार्यक्रम में बोलते हुए गांधी ने कहा था कि भारत संविधान में वर्णित राज्यों का एक संघ है।