MP: शिवराज ने खोला कमलनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा, कहा-किसानों के साथ कर रहे हैं छल, हम उतरेंगे सड़कों पर
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 7, 2019 07:31 AM2019-03-07T07:31:09+5:302019-03-07T09:40:51+5:30
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात आज मीडिया से चर्चा करते हुए कही। वे एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। वहां पर मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने भावांतर योजना सहित अन्य मुद्दों को लेकर किसानों को उनका अधिकार नही मिलने की बात कही।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार किसानों के साथ छल कर रहे है, उन्हें पैसे नहीं दे रही है। उन्होंने लोकार्पण, शिलान्यास को लेकर कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कहा कि जिस विधायक के क्षेत्र में ये हो रहा है, उसके स्थान पर कांग्रेस के लोग वहां पहुंच रहे हैं, लोकार्पण कर रहे हैं। अगर यह क्रम जारी रहा तो हम सड़कों पर उतरेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात आज मीडिया से चर्चा करते हुए कही। वह एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। वहां पर मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने भावांतर योजना सहित अन्य मुद्दों को लेकर किसानों को उनका अधिकार नही मिलने की बात कही। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में हमने भावांतार के पैसे का बजट में प्रावधान किया था, अब कांग्रेस इधर-उधर की बात कर रही है कि वहां से पैसा आएगा तब देंगे, यहां से पैसा आयेगा तब देंगे। बोनस देने का जब लिखा था, तब यह लिखा था कि वहां से आएगा ,तब देंगे?
सरकार किसानों के साथ छल कर रही है, जल्द उनका पैसा दें: शिवराज सिंह
सरकार किसानों के साथ छल न करे, उनका पैसा दे। लोकार्पण शिलान्यास को लेकर उन्होंने कहा कि जिस विधायक के क्षेत्र में कार्यक्रम है, उस विधायक के बजाय कांग्रेस का नेता आये, लोकार्पण और शिलान्यास करे, उद्घाटन करे, उसका नाम शिलालेख पर लिखा जाये, यह सरासर तानाशाही है। लोकतंत्र ही हत्या है। यह लगातार जारी रहा, तो भाजपा के जनप्रतिनिधि सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दिग्विजय के एयर स्ट्राइक पर उठाए सवालों पर कुछ कहने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि देश के सम्मान की रक्षा के लिए सेना के जवानों ने अपने प्राणों की बाजी लगा दी, फिर भी कुछ लोग सेना के शौर्य और पराक्रम का सबूत मांग रहे हैं। सेना का शौर्य, शौर्य है। पराक्रम, पराक्रम है, देशभक्ति के लिए किसी सबूत की जरूरत नहीं है। जो व्यक्ति आतंकियों के कृत्य को महिमा मंडित करता हो, सेना के शौर्य और पराक्रम पर सवाल उठाता हो, मैं मानता हूं कि ऐसे व्यक्ति के किसी बयान पर टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है।
किसी में दम नहीं संघ के काम बंद करा सके
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा पहले भी बहुत लोगो ने प्रयास किया की आरएसएस को प्रतिबंधित कर दे लेकिन नहीं कर पाए और आज भी किसी में इतना दम नहीं है की कोई आरएसएस के काम बंद करवा सके उन्होंने कहा कि स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद भी कई सरकारों ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखाओं को प्रतिबंधित करने की कोशिश की, लेकिन नहीं कर पाये। किसी में यह दम नहीं है कि जो संघ के कामों को रोक पाये।