शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को दी चेतावनी, हमारी मांग सुनी गई तो धन्यवाद देंगे, नहीं तो सड़कों पर उतरेंगे
By राजेंद्र पाराशर | Published: September 16, 2019 05:34 AM2019-09-16T05:34:26+5:302019-09-16T05:34:26+5:30
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों का हक नहीं मारा जाना चाहिए. उन्होंनेक कहा कि हमारी, सरकार से मांग है कि नष्ट हुई फसलों का शीघ्र सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा दिया जाए और पानी के निकासी की स्थायी व्यवस्था की जाए.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में बाढ़ और अतिवर्षा के कारण सोयाबीन सहित अन्य फसलें बर्बाद हो गई है. कमलनाथ सरकार को जल्द ही एक सप्ताह में सर्वे कराकर किसानों को बर्बाद फसलों का मुआवजा देना चाहिए. अगर सरकार ने हमारी मांग को समय रहते सुन लिया तो हम सरकार को धन्यावाद देंगे, हमारी मांग को नहीं सुना गया तो हम सड़कों पर उतरेंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बैरसिया विधानसभा क्षेत्र के पिपलिया जुन्नारदार गांव के खेतों में हलाली डैम का पानी भर जाने से बर्बाद हुई फसलों के विषय में किसानों से चर्चा की. इस दौरान उन्होंने मीडिया से रुबरु होकर यह बात कही. चौहान ने कहा कि प्रदेश में भारी बारिश के कारण कई जिलों के हालात बिगड़ गए हैं. भारी बारिश के कारण लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. मालवा के मंदसौर के बिगड़ते हालातों के बारे में चर्चा करते हुए शिवराज ने कहा कि मल्हारगढ़ के आसपास के गांवों की बुरी स्थिति है चारो तरफ तबाही का मंजर है अभी भी कई लोग फंसे है कई लोगों को निकाला जा चुका है.
उन्होंने कहा कि बाढ़ और अतिवर्षा के कारण सोयाबीन एवं अन्य कई फसलें बर्बाद हो गई हैं. कमलनाथ सरकार से हमारा आग्रह है कि एक सप्ताह में सर्वे कराकर शीघ्र किसानों को उनकी बर्बाद फसलों का मुआवजा दिया जाए. सरकार सुन लेगी तो उसे धन्यवाद देंगे, नहीं तो सड़कों पर उतरेंगे. उन्होंने कह कि किसानों की अनदेखी हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. सरकार शीघ्र सर्वे कराये, राहत दे, मुआवजा दे. खेतों के साथ घरों में भी पानी भर गया है. लोगों के कपड़े, बर्तन और सामान भी बर्बाद हो गये हैं. सरकार ने शीघ्र राहत न दी, तो हम सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों का हक नहीं मारा जाना चाहिए. उन्होंनेक कहा कि हमारी, सरकार से मांग है कि नष्ट हुई फसलों का शीघ्र सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा दिया जाए और पानी के निकासी की स्थायी व्यवस्था की जाए.
एक माह का वेतन देने का किया फैसला
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में बाढ़ और अतिवृष्टि के चलते बने हालातों को देखते हुए बाढ़ पीड़ितों को एक माह का वेतन देने का फैसला किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाना चाहिए. मंदसौर की जनता से अपील करते हुए शिवराज ने कहा कि धैर्य रखें सतर्क रहें प्रदेश आपके साथ खड़ा है. समाजसेवी संस्थाओं का धन्यवाद देता हूं लोगों की मदद के लिए प्रदेश के लोगों से अपील करता हूं बाढ़ पीड़ितों की मदद करें.
ऊंगली कटाकर शहीद का दर्जा पाने की कोशिश
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बाढ़ पीड़ितों को एक माह का वेतन देने की घोषणा को लेकर राज्य के जनसंपर्क मंत्री पी.सी.शर्मा ने कहा कि शिवराज ऐसा करकें ऊंगली कटाकर शहीद का दर्जा पाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शिवराज अगर पहले खेतों में चले जाते तो आज उन्हें खेतों में नहीं जाना पड़ता. उन्होंने कहा कि प्रदेश में बाढ़ और अतिवृष्टि को लेकर सरकार और मुख्यमंत्री गंभीर है. मुख्यमंत्री ने पहले ही प्रशासन को निर्देश दे दिए हैं. प्रशासन पहले से ही कार्य में जुटा है. किसी के खेत में जाने से कुछ नहीं होगा, जो करेगा, प्रशासन करेगा.