तीन प्रदेश को बर्बाद होते देख परेशान हूं मैं, मैडम सोनिया गांधी बताएं कौन है कौआ: शिवराज सिंह चौहान
By राजेंद्र पाराशर | Published: September 6, 2019 01:10 AM2019-09-06T01:10:07+5:302019-09-06T01:10:07+5:30
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पांच सितम्बर को अपने निवास पर मीडिया से चर्चा करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. शिवराज सिंह चौहान ने कहा, जनता भी परेशान है और अब मन में गुस्सा भी है.
लोस सेवापूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस में मचे घमासान से प्रदेश के लोग परेशान हैं. चारों तरफ हाहाकार की स्थिति बन गई है. उम्मीद थी कि सरकार बनाने के बाद ये कुछ बेहतर करेंगे, लेकिन अब मैं चिंतित हूं. उन्होंने कहा कि केवल चिंतित नहीं मध्य प्रदेश को बर्बाद होते हुए देखकर मैं भी परेशान भी हूं. जनता भी परेशान है और अब मन में गुस्सा भी है. जैसा हिसाब किताब चर्चाओं में आम हो रहा है कि कौन मंत्री कैसे पैसे खा रहा है? पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ये बात पांच सितम्बर अपने निवास पर मीडिया से चर्चा करते हुए कही.
उन्होंने कहा कि अब यह कांग्रेस के विधायक बता रहे हैं किसके ट्रांसफर में कौन कितने पैसे ले रहा है? कौन रेत लूट रहा है, कौन पत्थर गिट्टी लूट रहा है? ऐसा राज मध्य प्रदेश में कभी नहीं देखा. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के सारे रिकार्ड तोडेÞ जा रहे हैं. लूट की कमाई में हिस्सेदारी पर झगड़े हो रहे हैं. शराब की नदियां बहाई जा रही हैं.
शिवराज ने कहा कि कांग्रेस के एक बड़े नेता रेत के उत्खनन में लगे हुए है. चारों तरफ लूटमार मची है, ट्रांसफर और पोस्टिंग में पैसे लिए जा रहे हैं. यह किस मुंह से सरकार चला रहे है. मैं बार-बार कह चुका हूं. प्रदेश तबाह और बर्बाद हो रहा है. मुख्यमंत्री की ड्यूटी है सरेआम जो आरोप लगाए जा रहे हैं उसका जवाब दे.
उन्होंने कहा कि जिस ढंग से यह कारनामे हो रहे हैं उससे मध्य प्रदेश के विकास पूरी तरह ठप हो गया है. जनता का कल्याण रुक गया है. योजना सब बंद हो गई उसकी तरफ कोई देख ही नहीं रहा. मेरे प्रदेश को भगवान बचाए बस यही प्रार्थना करता हूं. मैडम बताएं कौन है कौआ.
उन्होंने कहा कि मैडम सोनिया गांधी की ड्यूटी है कि वह देश को बताएं कि मध्य प्रदेश में ऐसी लूट हो रही है. वो बताएं कि लूट के हिस्से में नीचे से ऊपर तक की भागीदारी है. सचमुच में तकलीफ देने वाले कारनामे सरकार कर रही है. कोई मंत्रियों को कौआ कह रहे है, कह रहे है एक कौआ को टांग दो, अब वहीं बताए कौन है कौआ? अब अंदर की आवाज बाहर आ रही है कि लूट हो रही हैं. विधायक मंत्रियों को बर्खाश्त करने का कह रहे है, अब यह सवाल है कि कौन किस को बर्खास्त करें? यह सरकार चलने के काबिल नहीं है. सचमुच में यह तमाशा हो गया है कि समझ में नहीं आता कि क्या संज्ञा दें, अभी 40 भी नहीं है, होते तो पुरानी कहावत अलीबाबा वाली हो जाती.