सुषमा स्वराज को श्रद्धाजंलि देते समय भावुक हुए शिवराज सिंह चौहान, कहा- मैंने अपनी जिंदगी में कभी यह नहीं सोचा था
By रामदीप मिश्रा | Published: August 8, 2019 05:38 PM2019-08-08T17:38:49+5:302019-08-08T17:38:49+5:30
देश की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार (06 अगस्त) की रात को निधन हो गया था, जिसके बाद पार्टी से लेकर पूरा देश शोक में डूबा हुआ गया। स्वराज का अंतिम संस्कार लोधी रोड शवदाह ग्रह में बुधवार की शाम को किया गया।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दिग्गज नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक कार्यक्रम में सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देते समय भावुक हो गए और कहा कि मैंने अपनी जिंदगी में कभी यह नहीं सोचा था कि किसी कार्यक्रम में दीदी को ऐसे श्रद्धांजलि दूँगा।
उन्होंने सुषमा स्वराज को श्रद्धाजलि देते हुए ट्विटर पर एक तस्वीर ट्वीट की और लिखा, 'मैंने अपनी जिंदगी में कभी यह नहीं सोचा था कि किसी कार्यक्रम में दीदी को ऐसे श्रद्धांजलि दूँगा! मन बहुत भारी है। पीड़ा से भरा हुआ है, फिर भी हम सब काम कर रहे हैं, क्योंकि हम भाजपा कार्यकर्ता हैं और कर्म ही हमारा पहला धर्म है। दीदी, सदैव अपने कार्यों और विचारों से हमारे साथ रहेंगी!'
आपको बता दें कि देश की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार (06 अगस्त) की रात को निधन हो गया था, जिसके बाद पार्टी से लेकर पूरा देश शोक में डूबा हुआ गया। स्वराज का अंतिम संस्कार लोधी रोड शवदाह ग्रह में बुधवार की शाम को किया गया।
मैंने अपनी जिंदगी में कभी यह नहीं सोचा था कि किसी कार्यक्रम में दीदी को ऐसे श्रद्धांजलि दूँगा! मन बहुत भारी है। पीड़ा से भरा हुआ है, फिर भी हम सब काम कर रहे हैं,क्योंकि हम भाजपा कार्यकर्ता हैं और कर्म ही हमारा पहला धर्म है। दीदी, सदैव अपने कार्यों और विचारों से हमारे साथ रहेंगी! pic.twitter.com/oU8Iaen322
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 8, 2019
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में हो गया था। वह 67 साल की थीं। दुनियाभर की हस्तियों ने दिवंगत पूर्व विदेश मंत्री के निधन पर दुख जताया। वर्ष 2016 में उनका गुर्दा प्रतिरोपण हुआ था और उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से लोकसभा का चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।
सुषमा स्वराज देश की पहली महिला विदेश मंत्री के तौर पर जानी जाती हैं। उनका जन्म 14 फरवरी 1952 को अंबाला में हुआ था। सुषमा के पिता हरदेव शर्मा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्य थे। उन्होंने अपनी पढ़ाई एसडी कॉलेज अंबाला छावनी से की, जिसके बाद पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से उन्होंने कानून की डिग्री हासिल की। 1970 में सुषमा ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ राजनीति में कदम रखे। उसी दौरान उन्होंने जेपी के अंदोलन में भी हिस्सा लिया। 1975 में सुषमा की शादी स्वराज कौशल से हुई। कौशल भी 6 साल तक राज्यसभा में सांसद रहे इसके अलावा वो मिजोरम के राज्यपाल भी रह चुके हैं।