शिवराज मंत्रिमंडल में फिर हुई सिलावट और राजपूत की वापसी, सिंधिया के साथ बगावत कर भाजपा में आए थे दोनो
By शिवअनुराग पटैरया | Published: January 3, 2021 01:48 PM2021-01-03T13:48:38+5:302021-01-03T13:53:07+5:30
बीते 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान के द्वारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लगभग एक माह बाद जिन 5 मंत्रियों ने शपथ ली थी, उनमें तुलसीराम सिलावट और गोविन्द राजपूत भी शामिल थे.
भोपाल: मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में आज दो पुराने सदस्य फिर जुड़ गए. इनको मिलाकर राजमंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत 31 सदस्य हो गए हैं. विधानसभा सदस्यों की संख्या के आधार पर मंत्रिमंडल में अधिकतम 36 सदस्य हो सकते हैं. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने मध्यप्रदेश राजभवन में आयोजित शपथ समारोह में तुलसीराम सिलावट और गोविन्द राजपूत को मंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य एवं अन्य दलों के महत्पूर्ण नेता मौजूद थे.
गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस से जिन 22 विधायकों (इनमें 6 मंत्री भी शामिल थे) ने बगावत कर त्याग पत्र दिया था. उनकों कमलनाथ सरकार मेें मंत्री तुलसीराम सिलावट और गोविन्द राजपूत भी शामिल थे. बीते 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान के द्वारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लगभग एक माह बाद जिन 5 मंत्रियों ने शपथ ली थी, उनमें तुलसीराम सिलावट और गोविन्द राजपूत भी शामिल थे, लेकिन दोनों को ही उपचुनाव के नतीजे आने के पूर्व ही 6 माह के भीतर विधानसभा सदस्य बनने की बाध्यता के चलते 21 अक्टूबर को त्याग पत्र देना पड़ा था.
10 नवंबर को आए उपचुनाव के नतीजों में दोनों जीतने के बाद से ही सिलावट और राजपूत के पुन: मंत्री बनने के लगातार कयास लगाए जा रहे थे. इसको लेकर खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीते माह तीन बार भोपाल आकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर बात करना पड़ी. दरअसल दोनों को फिर मंत्री बनाने में सबसे बड़ी बाधा, भाजपा के पुराने नेताओं और पूर्व मंत्रियों के द्वारा इनके साथ ही मंत्री बनाए जाने के दावे मे आ गई थी.
इसके बाद भाजपा के केन्द्रीय संगठन ने सिंधिया, शिवराज और प्रदेश भाजपा के नेताओं एवं दावेदारों से बात कर रास्ता निकला तब आज शपथ समारोह हो पाया. यह शिवराज सरकार का तीसरा था. 21 अपै्रल को हुए पहले विस्तार में पांच और 2 जुलाई को हुए विस्तार में 28 लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था.