शिवराज ने पूछा क्या मध्यप्रदेश में मिस्टर बंटाधार रिटर्न्स हो गया?
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 24, 2019 07:25 PM2019-02-24T19:25:27+5:302019-02-24T19:25:27+5:30
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि पिछले 50 दिनों में महिला अपराध की 6 हजार से ज्यादा घटनाए, चोरी, लूट-पाट की 5,467 घटनाएं हुईं, लेकिन राज्य सरकार का ध्यान केवल अफसरों के तबादलों पर है.
मध्य प्रदेश के सतना के चित्रकूट से दो अपहृत बच्चों की हत्या के बाद राज्य में सियायत गर्मा गई है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिं हने सवाल खड़े किए हैं और पछात है कि क्या मध्यप्रदेश में मिस्टर बंटाधार रिटर्न्स हो गया है? उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू था, जो अब अपराध का महाद्वीप बन गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि पिछले 50 दिनों में महिला अपराध की 6 हजार से ज्यादा घटनाए, चोरी, लूट-पाट की 5,467 घटनाएं हुईं, लेकिन राज्य सरकार का ध्यान केवल अफसरों के तबादलों पर है. प्रदेश ऐसे नहीं चलता, बड़ा सवाल तो यह है कि प्रदेश असल में चला कौन रहा है. मुझे लगता है कि मध्यप्रदेश में 'मिस्टर बंटाधार रिटर्न्स' हो गया है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने नारा दिया था 'वक्त है बदलाव का'. क्या वह बदलाव यही है? इतने दिन बच्चे अपराधियों के चंगुल में रहे, क्या गृहमंत्री ने कभी गंभीरता से लिया, क्या मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लिया? इनका पूरा ध्यान सिर्फ अधिकारियों के तबादलों पर है और प्रदेश में गुंडों का बोलबाला है. श्रेयांश और प्रियांश वे फूल थे जो खिलने के पहले ही डाल से तोड़ लिए गए. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा केवल शाब्दिक सहानुभूति से काम नहीं चलेगा. प्रदेश में आगे कानून व्यवस्था की स्थिति दुरुस्त हो, इसके लिए सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे. मैं दोनों बच्चों को श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं.
शिवराज ने कहा कि पिछले दो महीनों में सरकार ने प्रदेश की अजीब स्थिति बना दी. दो महीने किसी सरकार की समीक्षा के लिए पर्याप्त नहीं, लेकिन जो हालत मेरे राज्य की है उससे मन में अफसोस ही नहीं होता, आत्मा भी रोती है. प्रदेश की जनता को कष्टों से निजात दिलाने के लिए सरकार नहीं चेती तो हम सड़क पर उतरेंगे. उन्होंने कहा कि मैं अब भी सरकार से कहता हूं कि प्रदेश की बदतर हो चुकी स्थिति में सुधार लाएं नहीं तो हम आंदोलन करेंगे और जनता के लिए लड़ेंगे.
शिवराज ने कांग्रेस की सरकार पर जमकर भड़ास भी निकाली है. उन्होंने बयान दिया है कि आपेक्षा थी कि सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी, और उन ये कांग्रेस सरकार खरा उतर रही है. हम कल्पना कर सकते हैं कि परिजनों में कितनी पीड़ा हो रही होगी. बच्चों ने कितनी यातनाएं सही होंगी. मध्यप्रदेश शांति का टापू था, जो अब अपराध का महाद्वीप बन गया है.
प्रदेश में सिर्फ दो ही उद्योग, तबादला और अपहरण
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अपहृत दोनों बच्चों की हत्या पर शोक व्यक्त करते हुए कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि सरकार तबादलों में उलझी है और प्रदेश में गुंडो-बदमाशों का व्यापार चल रहा है. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन अपराध को रोकने में नाकाम रहा है. भार्गव ने कहा कि कमलनाथ सरकार में सिर्फ दो ही उद्योग चल रहे हैं, एक तबादला और दूसरा अपहरण.नेता प्रतिपक्ष ने इस पूरे मामले की मुख्यमंत्री से जांच कराने की मांग करते हुए गृह मंत्री से इस्तीफा देने को कहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ पुलिस मुख्यालय पहुंचकर कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हैं और गृह मंत्री नदारत रहते हैं.
कानून मंत्री ने मांगा योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा
अपहृत बच्चों की हत्या के मामले को लेकर राज्य के कानून मंत्री पी.सी.शर्मा ने दुख जताया और कहा कि घटना दुखद है. इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रेक अदालत में चलवाएंगे. उन्होंने कहा कि बच्चों को मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की सीमा से अगवा किया गया था. बच्चों के शव उत्तरप्रदेश में मिले हैं. शर्मा ने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
बच्चों को छुड़ाने के गंभीरता से नहीं किए प्रयास
मध्यप्रदेश के पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने इस घटना को लेकर मध्य प्रदेश सरकार की नाकामी की घोर निंदा की है. सिंह ने कहा है कि अगवा किए गए बच्चों को छुड़ाने में मध्यप्रदेश सरकार ने गंभीरता से प्रयास नहीं किए. मासूम बच्चों की हत्या की घटना दुखद और दर्दनाक है. प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद सब तरफ अपराध बढ़ रहे हैं और कानून व्यवस्था सरकार के नियंत्रण से बाहर है, जो चिंतनीय है.
पिछली सरकार से बेहतर कर रहे कम
राज्य के गृह मंत्री बाला बच्चन ने दोनों बच्चों की हत्या पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. गृह मंत्री ने कहा कि घटना के अपराधी पकड़े जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार की तुलना में हम बेहतर काम कर रहे हैं, फिर भी कानून व्यवस्था पर फोकस हम करेंगे. कानून को बनाए रखेंगे. उन्होंने कहा कि अपराधियों पर विशेषकर अपहृत बच्चों की हत्या के अपराधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.