संजय राउत की गिरफ्तारी पर शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा, 'सारा खेल राज्यपाल कोश्यारी की विवादित टिप्पणी से ध्यान हटाने के लिए रचा गया'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 1, 2022 04:32 PM2022-08-01T16:32:22+5:302022-08-01T16:39:15+5:30
शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने संजय राउत की गिरफ्तारी के संबंध में आरोप लगाया है कि भाजपा ने एजेंसी के जरिये उन्हें इसलिए गिरफ्तार करवाया है ताकि वो महाराष्ट्र में उठे गवर्नर टिप्पणी विवाद से ध्यान भटका सकें।
मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय द्वारा शिवसेना के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत की गिरफ्तारी पर पार्टी के लोकसभा सांसद अरविंद सावंत ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि ईडी ने झूठे मामले में संजय राउत की इसलिए गिरफ्तारी किया है क्योंकि केंद्र सरकार चाहती है कि महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी द्वारा मुंबई पर की गई विवादित टिप्पणी से जनता के ध्यान को भटकाया जाए।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार द्वारा महाराष्ट्र में अपने सबसे के मुखर आलोचक की फर्जी गिरफ्तारी के विरोध में राज्य में जमकर विरोध-प्रदर्शन करेगी।
दक्षिण मुंबई से शिवसेना के लोकसभा सांसद अरविंद सावंत ने कहा, "हम इस बात को अच्छे से समझ रहे हैं कि प्रवर्तन निदेशालय ने संजय राउत को क्यों गिरफ्तार किया है। दरअसल भाजपा ने एजेंसी के जरिये राउत को इसलिए गिरफ्तार करवाया है ताकि वो महाराष्ट्र की जनता को उस मुद्दे से भटका सकें, जिसमें महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने न केवल मुंबई बल्कि पूरे महाराष्ट्र की प्रतिष्ठा से खिलवाड़ किया है। राज्यपाल की गैरदिम्मेदाराना टिप्पणी के कारण महाराष्ट्र की जनता में जो गुस्सा है, उसे भटकाने के लिए राउत को झूठे मामले में अंदर किया गया है। वेकिन वो समझ लें कि हम मूर्ख नहीं हैं जो इस तरह की ओछी कार्रवाई को नहीं समझते हैं।"
मालूम हो कि पात्रा चाल घोटाले में कथिततौर पर शामिल होने के आरोप में और मनी लॉन्ड्रिंग संदेह में प्रवर्तन निदेशालय ने बीते रविवार के तड़के संजय राउत के मुंबई स्थित आवास पर छापा मारा और फिर देर शाम उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया। राउत के घर जांच करने गई प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने राउत पर यह आरोप भी लगाया कि उनके घर से तलाशी के दौरान 11.5 लाख रुपये कैश मिले हैं।
इस मामले में सफाई देते हुए संजय राउत के छोटे भाई सुनील राउत ने पत्रकारों से कहा कि प्रवर्तन निदेशालय जिस 11.5 लाख रुपये की बरामदगी की बात कर रहा है वो दरअसल पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए थे, जिनका अयोध्या यात्रा की योजना थी और वो सारा पैसा इसी मद में खर्च किया जाना था। इसके साथ ही सुनील राउत ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय को संजय राउत के घर से पात्रा चाल से संबंधित किसी भी प्रकार का कोई कागज नहीं मिला है।
वहीं अगर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की बात करें तो उन्होंने मुंबई में राजस्थानी समाज के एक कार्यक्रम में कहा कि गुजरात और राजस्थान के लोग मुंबई छोड़कर चले जाएं तो मुंबई कंगाल हो जाएगी। गवर्नर कोश्यारी की इस टिप्पणी पर पूरे महाराष्ट्र में बवाल हो रहा है। कोश्यारी ने कहा था कि अगर गुजरातियों और राजस्थानियों को महाराष्ट्र से और खासकर मुंबई और ठाणे से बाहर कर दिया जाए तो इन क्षेत्रों के पास पैसे नहीं रहेगा और मुंबई देश की आर्थिक राजधानी नहीं रहेगी"।
हालांकि विवाद पैदा होने के बाद राज्यपाल कोश्यारी ने मामले में सफाई पेश करते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी का गलत अर्थ निकाला गया है और वो यह नहीं कहना चाहते थे कि राजस्थानी और गुजराती चले जाएं तो महाराष्ट्र कंगाल हो जाएगा। लेकिन राज्यपाल के खेद प्रगट करने के बावजूद महाविकास अघाड़ी यानी शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस इस विवाद में गवर्नर कोश्यारी की जमकर आलोचना कर रहे हैं और सार्वजनिक माफी मांगे। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)