भारतीय महिलाओं ने रच डाला इतिहास, विश्व इतिहास में पहली बार, जानें क्या है पूरा मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 7, 2021 09:13 PM2021-03-07T21:13:48+5:302021-03-07T21:14:29+5:30
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: विश्व इतिहास में पहली बार एक ‘कार्गो-जहाज’ (एमटी स्वर्ण कृष्णा) को महिला कप्तान और केवल महिला अधिकारियों की टीम के साथ समुद्री यात्रा पर रवाना किया गया।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने भारतीय नौवहन निगम के एक जहाज को हरी झंडी दिखाई, जिसमें चालक दल (क्रू) में सिर्फ महिलाएं हैं। एक आधिकारिक बयान में रविवार को इसकी जानकारी दी गयी।
बंदरगाह, नौवहन एवं जलयान मंत्रालय ने रविवार को कहा कि मंत्री ने भारतीय नौवहन निगम के जहाज एमटी स्वर्ण कृष्ण को शनिवार को आभासी माध्यम से हरी झंडी दिखाई। यह अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आम तौर पर पुरुष-प्रधान माने जाने वाले समुद्री क्षेत्र में रूढ़ियों को तोड़ने का प्रयास है।
भारतीय नारी शक्ति सदैव इतिहास बनाती है!
— Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) March 7, 2021
विश्व इतिहास में पहली बार एक ‘कार्गो-जहाज’ (एमटी स्वर्ण कृष्णा) को महिला कप्तान और केवल महिला अधिकारियों की टीम के साथ समुद्री यात्रा पर रवाना किया गया
इस #InternationalWomensDay समुद्री क्षेत्र में कार्यरत महिला नेतृत्व के ज़ज्बे को सलाम pic.twitter.com/LNSf9wCiMj
बयान में कहा गया कि यह विश्व समुद्री इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सभी महिला अधिकारियों द्वारा संचालित एक जहाज को रवाना किया जा रहा है। मंडाविया ने इस मौके पर उन महिला समुद्री यात्रियों के योगदान और बलिदान को स्वीकार किया, जिन्होंने वैश्विक समुद्री समुदाय में भारत के दूत के रूप में काम किया और देश को गौरवान्वित किया।
गाजियाबाद के दो मेट्रो स्टेशनों पर महिलाओं के लिए मुफ्त ई-रिक्शा सेवा
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सोमवार को एक कंपनी गाजियाबाद में दो मेट्रो स्टेशन पर महिला यात्रियों को मुफ्त ई-रिक्शा सेवाएं प्रदान करेगी। ई-रिक्शा निर्माण कंपनी ओम बालाजी ऑटोमोबाइल इंडिया के मालिक विकास देशवार ने कहा कि मोहन नगर और मेजर मोहित शर्मा राजेंद्र नगर मेट्रो स्टेशनों पर 20 ई-रिक्शा उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने एक बयान में कहा, "कोई भी देश महिलाओं के योगदान के बिना प्रगति के पथ पर आगे नहीं बढ़ सकता। आज हर क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। देश के लिए महिलाओं का योगदान अतुलनीय है।"
कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम के क्षेत्र में बेहतर काम के लिये भिवानी को मिला दूसरा पुरस्कार
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में वर्ष 2020 में प्रभावी ढंग से कार्य करने के लिये भिवानी जिले को राज्य में दूसरा पुरस्कार मिला है। प्रदेश सरकार की ओर से जिले को यह पुरस्कार अंतरर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आठ मार्च को प्रदान किया जायेगा। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि राजधानी चंडीगढ़ में आयोजित होने वाले प्रदेश स्तरीय समारोह में जिले के उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर यह पुरस्कार प्रदान करेंगे । उन्होंने बताया कि पुरस्कार में प्रशस्ति पत्र के अलावा तीन लाख रुपये की राशि भी दी जायेगी।
उल्लेखनीय है कि 22 जनवरी 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का शुभारंभ किया था। उस समय प्रदेश में लिंगानुपात 871 था, जो अब बढ़कर 922 हो गया है। अधिकारी ने बताया कि जिले में किए जा रहे निरंतर प्रयासों की बदौलत लिंगानुपात में गुणात्मक सुधार हुआ है और यहां यह अनुपात 921 है।
उन्होंने बताया कि इसी के चलते जिले को प्रदेश में दूसरा स्थान मिला है। दूसरी ओर उपायुक्त ने जिला को द्वितीय पुरस्कार मिलने पर महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सब टीम वर्क के आधार पर किए गए प्रयासों का परिणाम है।