'कोरोना काल में तबलीगी जमात के बहाने मुस्लिम समाज को बनाया गया निशाना', लाहौर थिंक फेस्ट में शशि थरूर ने मोदी सरकार पर उठाए सवाल
By स्वाति सिंह | Published: October 18, 2020 11:52 AM2020-10-18T11:52:35+5:302020-10-18T11:52:35+5:30
शशि थरूर ने आगे कहा, ''भारत में हम यही समस्या उत्तर पूर्व के लोगों के साथ देखते हैं क्योंकि वो अलग दिखते हैं। इस तरह के भेदभाव के खिलाफ हम भारत में लड़ाई लड़ रहे हैं'' उन्होंने कहा, ''ये भेदभाव कोरोना महामारी के दौरान भी देखा गया। जब तब्लीगी जमात का मुद्दा उठा।
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने लाहौर लिटरेचर फेस्टिवल में मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए भारत में COVID-19 महामारी से निपटने को लेकर सवाल उठाया। यहां अपने संबोधन में थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा और फरवरी में तब्लीगी जमात के साथ कई और मुद्दों को उठाया।
शशि थरूर ने कहा, ''एक दूसरे से डर का माहौल बनाया जाता है। मुझे नहीं पता कि आप लोगों में से कितनों ने वो व्हाट्सएप वीडियो देखे हैं जिनमें चीनी लोगों या उनके जैसे दिखने वाले लोगों के साथ पश्चिमी देशों जगह जगह जैसे सुपर मार्केट, रेस्टोरेंट में भेदभाव होता है सिर्फ इसलिए कि वो चीनी लोगों जैसे दिखते हैं।"
शशि थरूर ने आगे कहा, ''भारत में हम यही समस्या उत्तर पूर्व के लोगों के साथ देखते हैं क्योंकि वो अलग दिखते हैं। इस तरह के भेदभाव के खिलाफ हम भारत में लड़ाई लड़ रहे हैं'' उन्होंने कहा, ''ये भेदभाव कोरोना महामारी के दौरान भी देखा गया। जब तब्लीगी जमात का मुद्दा उठा। पहले लॉकडाउन से ठीक पहले तब्लीगी जमात के लोग जमा हुए थे और ये लोग जब अपने राज्यों में लौटे तो कोरोना का संक्रमण बढ़ा। इस घटना को भारत के मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव को सही ठहराने के लिए इस्तेमाल किया गया।''