शहाबुद्दीन को दफन होने के लिए सिवान की जमीन तक नहीं हुई नसीब, लालू फैमिली पर फूटा समर्थकों का गुस्सा

By एस पी सिन्हा | Published: May 4, 2021 04:25 PM2021-05-04T16:25:03+5:302021-05-04T16:26:34+5:30

राजद के बाहुबली नेता व पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की मौत और उनके शव को दिल्ली में दफनाये जाने के बाद उनके समर्थक राजद से नाराज हो गए हैं। वह राजद को सबक सिखाने की धमकी दे रहे हैं।

shahabuddin last rites ito delhi tejashwi yadav tweets targets govt not give permission to siwan | शहाबुद्दीन को दफन होने के लिए सिवान की जमीन तक नहीं हुई नसीब, लालू फैमिली पर फूटा समर्थकों का गुस्सा

मोहम्मद शहाबुद्दीन। (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)

Highlightsशहाबुद्दीन की मौत को उनके परिवार वाले हत्या मान रहे हैं। इस मामले में उनके परिवार वाले और अन्य नेताओं ने भी न्यायिक जांच की मांग की है। शहाबुद्दीन की मौत के बाद उनके समर्थकों में राजद को लेकर भारी गुस्सा है।

राजद के बाहुबली नेता व पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की मौत के बाद से बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है। मो. शहाबुद्दीन के शव को दिल्ली में दफनाने को लेकर भी मनमुटाव बना हुआ है। इसी कड़ी में शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा साहब ने ट्विटर के जरिये लिखा था कि, अगर हमारे अब्बू डॉ शहाबुद्दीन साहब अपनी जन्मभूमि सीवान में दफन नहीं हुए तो, तेजस्वी यादव की राजनीति हमेशा के लिए ज़मीन में दफन हो जाएगी, इंशाअल्लाह!! 

इस तरह ओसामा साहब ने राजद नेता तेजस्वी यादव को खुली चुनौती दे दी थी। हालांकि ओसामा के इस ट्वीट पर तेजस्वी यादव ने भी जवाब देते हुए लिखा था कि शासन-प्रशासन ने कोविड प्रोटोकॉल का हवाला देकर अडीयल रुख़ बनाए रखा। पोस्ट्मॉर्टम के बाद प्रशासन उन्हें कहीं और दफनाना चाह रहा था, लेकिन अंत में कमिश्नर से बात कर परिजनों द्वारा दिए गए दो विकल्पों में से एक आईटीओ क़ब्रिस्तान की अनुमति दिलाई गई। 

हालांकि, फिर ओसामा के द्वारा यह भी कहा गया था कि, उनका अकाउंट हैक हो गया है। वहीं, अब राजद के कुछ नेता और शहाबुद्दीन के समर्थक भी तेजस्वी यादव से नाराज चल रहे हैं और अब राजद से नेताओं के इस्तीफा देने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में नवादा जिला अध्यक्ष कमरुल बारी ने राजद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि शहाबुद्दीन जैसे शख्सियत के लाश को उनके जन्मभूमि सीवान नहीं लौटा पाए तो हमलोगों के क्या अहमियत है? 

शहाबुद्दीन के पैतृक गांव सीवान जिले के प्रतापपुर में लोग राजद को कोस रहे हैं। उधर, सोशल मीडिया अकाउंट पर शहाबुद्दीन समर्थक राजद की कब्र खोद देने की धमकी दे रहे हैं। उनका आरोप है कि शहाबुद्दीन की मौत के बाद राजद नेतृत्व ने उनके परिजनों की कोई मदद नहीं की। उनके शव को पैतृक गांव लाना था, लेकिन तेजस्वी या लालू प्रसाद यादव ने साथ नहीं दिया। दिल्ली से शहाबुद्दीन समर्थकों ने अस्पताल के बाहर से फेसबुक लाइव कर राजद को सबक सिखा देने की खुली धमकी दी है। इसतरह से शहाबुद्दीन समर्थक राजद से खासे नाराज बताये जा रहे हैं।

Web Title: shahabuddin last rites ito delhi tejashwi yadav tweets targets govt not give permission to siwan

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