भारत के इन तीन हथियारों से डरा पाकिस्तान, शाह महमूद कुरैशी ने UN और पश्चिमी देशों से लगाई गुहार
By विकास कुमार | Published: April 12, 2019 01:53 PM2019-04-12T13:53:54+5:302019-04-12T18:34:26+5:30
शाह महमूद कुरैशी ने फिर कहा है कि भारत द्वारा किए जा रहे हालिया रक्षा सौदों से पाकिस्तान की संप्रभुता को खतरा है. पाक्सितान के विदेश मंत्री ने भारत द्वारा रूस से ख़रीदे जा रहे S-400 की डील पर आपत्ति जताई है. उन्होंने इसके लिए संयुक्त राष्ट्र और पश्चिम के ताकतवर मुल्कों को इसकी आलोचना करने का आग्रह किया है.
पाकिस्तान का डर आज कल पारदर्शी हो गया है. विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद कुछ ज्यादा ही खौफ़ में हैं. अभी हाल ही में उन्होंने कहा था कि भारत 16 अप्रैल से 20 अप्रैल के बीच में पाकिस्तान पर एक बार और हमला कर सकता है जिसे भारत सरकार ने आतंक से ध्यान भटकाने वाला बयान देकर खारिज कर दिया था.
शाह महमूद कुरैशी ने फिर कहा है कि भारत द्वारा किए जा रहे हालिया रक्षा सौदों से पाकिस्तान की संप्रभुता को खतरा है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भारत द्वारा रूस से ख़रीदे जा रहे S-400 की डील पर आपत्ति जताई है. उन्होंने इसके लिए संयुक्त राष्ट्र और पश्चिम के ताकतवर मुल्कों को इसकी आलोचना करने का आग्रह किया है. बीते दिन इस्लामाबाद में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बातें कही हैं.
S-400 की डील
S-400 लॉन्ग रेंज एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम है जिसे भारत रूस से खरीद रहा है. यह डील 2018 में रुसी राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे पर फाइनल हुई थी. मोदी सरकार ने यह डील अमेरिका की आपत्तियों के बावजूद की थी. अमेरिका ने भारत के ऊपर आर्थिक पाबंदी लगाने की धमकी दी थी. यह डील 5.7 अरब डॉलर में तय हुई थी.
2020 में S-400 की पहली खेप भारत को मिल जायेगा. इसके शामिल होते ही भारत किसी भी तरह के मिसाइल हमले को हवा में ही नष्ट करने में सक्ष्म हो जायेगा. चीन ने रूस से S-400 एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम हासिल किया है ऐसे में भारत के लिए इस तकनीक को हासिल करने का महत्व और भी बढ़ जाता है.
राफ़ेल की चिंता
पाकिस्तान की दूसरी चिंता राफ़ेल फाइटर जेट को लेकर है. राफ़ेल डील की घोषणा भारत सरकार द्वारा द्वारा 2015 में की गई थी. पीएम मोदी के फ्रांस दौरे पर दोनों सरकारों ने इस डील को लेकर सहमती जताई थी. राफ़ेल फाइटर जेट में मेटोर मिसाइल लगे होंगे जिसके कारण कोई भी पाकिस्तानी विमान 100 किमी के दायरे में आने से बचेगा.
रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, राफ़ेल विमान भारतीय वायु सेना में शामिल होने के बाद 27 फरवरी को हुए भारत-पाक हवाई संघर्ष जैसी हालात में पाकिस्तानी F-16 विमान 100 किमी के रेंज में आने से बचना चाहेगा.
न्यूक्लियर अटैक सबमरीन
भारत ने रूस के साथ हाल ही में न्यूक्लियर सबमरीन का डील फाइनल किया है. यह डील 3 अरब डॉलर का है. इसके शामिल होते ही भारतीय नेवी की ताकत में कई गुना इजाफा हो जायेगा. पाकिस्तान के पास न्यूक्लियर अटैक सबमरीन नहीं है जिसके कारण उसकी चिंता बढ़ गई है.