सात गैर-भाजपा मुख्यमंत्रियों की आहूत बैठक के 'फ्लॉप' होने की खबर पर अरविंद केजरीवाल ने दिया ये स्पष्टीकरण
By शिवेंद्र कुमार राय | Published: March 22, 2023 06:38 PM2023-03-22T18:38:39+5:302023-03-22T19:10:59+5:30
अरविंद केजरीवाल ने भाजपा विरोधी दलों को एक साथ लाने के लिए 18 मार्च को गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की एक बैठक दिल्ली में बुलाई थी। इस ग्रुप की पहली मीटिंग 18 मार्च को शाम 7 बजे दिल्ली के कपूरथला हाउस में होनी थी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्मंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा विरोधी दलों को एक साथ लाने के लिए 18 मार्च को गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की एक बैठक दिल्ली में बुलाई थी। लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा जिन लोगों को आमंत्रित किया गया था, उनमें से किसी ने भी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति की पुष्टि नहीं की। गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की इस बैठक को जी-8 का नाम दिया गया था। अब अरविंद केजरीवाल ने इस पूरे मामले पर स्पष्टीकरण दिया है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस संबंध में जो पत्र लीक हुआ है वह सिर्फ बैठक की तारीख तय करने के लिए था। केजरीवाल ने कहा, "ये एक मंच बन रहा था। लगभग 8 मुख्यमंत्रियों से मेरी कई राउंड की बातचीत हो चुकी है। हम आठों को मिल कर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी थी। इसमें हमने ये तय किया था कि हर महीने सभी सीएम किसी एक स्टेट जाएंगे और वहां हुए अच्छे कार्यों को देख कर आएंगे। इसका उद्देश्य था कि हम एक दूसरे के कार्यों से सीख सकें। शुरू में 18-19 मार्च तारीख तय की गई थी लेकिन उस समय हर कोई व्यस्त था, इसलिए सबने कहा कि मध्य अप्रैल में कोई तारीख तय की जाए। अभी बातचीत चल रही है। जैसे ही कुछ तय होगा हम जानकारी देंगें।"
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार यह बैठक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आमंत्रण पर बुलाई जानी थी। 5 मार्च को लिखे एक पत्र में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उल्लेख किया था कि भारत के प्रगतिशील मुख्यमंत्रियों का समूह या जी -8 को दिल्ली में एक बैठक के लिए बुलाया जाएगा। अब किसी के भी राजी न होने और बैठक रद्द होने के बाद दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि बीजेपी और केंद्र सरकार के खिलाफ एकजुट होने के लिए विपक्षी दलों के बीच बातचीत चल रही है।
गोपाल राय ने कहा, "तमाम कोशिशें और बातें चल रही हैं। पूरे देश में सिर्फ राजनीतिक दल ही नहीं बल्कि लोकतंत्र को मानने वाले, देश के संविधान को मानने वाले, सबके मन में बेचैनी है। तरह-तरह के प्रयास हो रहे हैं, लेकिन फैसला जनता को करना है।"
अरविंद केजरीवाल द्वारा बुलाई गई बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आमंत्रित किया गया था। इस ग्रुप की पहली मीटिंग 18 मार्च को शाम 7 बजे दिल्ली के कपूरथला हाउस में होनी थी। मुख्यमंत्रियों के इस समूह की तरफ से 19 मार्च को सुबह 11 बजे कपूरथला हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी थी।