Sero Survey: पुणे 51, दिल्ली 29, झारखंड में 27% लोगों में हर्ड इम्युनिटी, कोरोना से खुद हो गए ठीक, राजेश भूषण बोले-वैक्सीन से ही निजात
By एसके गुप्ता | Published: August 20, 2020 08:21 PM2020-08-20T20:21:49+5:302020-08-21T05:40:06+5:30
पुणे के सीरो सर्वे में 51 फीसदी लोगों में और झारखंड के सीरो सर्वे में 27 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी मिली पाई गई थी। इससे पता चलता है कि इतने फीसदी लोग कोरोना से संक्रमित हुए लेकिन हर्ड इम्युनिटी के चलते यह अपने आप ही ठीक हो गए।
नई दिल्लीः दिल्ली में गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दूसरा कोविड-19 सीरोलॉजिकल सर्वे का परिणाम जारी करते हुए कहा कि दूसरे सीरो सर्वे में 29.1 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी मिली है।
इससे पहले पुणे में और झारखंड में भी सीरो सर्वे का आयोजन किया गया था। पुणे के सीरो सर्वे में 51 फीसदी लोगों में और झारखंड के सीरो सर्वे में 27 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी मिली पाई गई थी। इससे पता चलता है कि इतने फीसदी लोग कोरोना से संक्रमित हुए लेकिन हर्ड इम्युनिटी के चलते यह अपने आप ही ठीक हो गए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण का कहना है कि हर्ड इम्युनिटी बढ़ना अच्छी बात है। लेकिन देश की जितनी बड़ी आबादी है, उसे ध्यान मे रखते हुए केवल हर्ड इम्युनिटी विकसित होने के भरोसे नहीं बैठा जा सकता है। क्योंकि इसके लिए भारी संख्या में लोगों के संक्रमित होकर ठीक होने का इंतजार करना होगा। कोरोना संक्रमण का उपचार केवल और केवल वैक्सीन से ही संभव है। वैक्सीन विकसित करने की दिशा में देश और दुनिया के वैज्ञानिक दिनरात लगे हुए हैं।
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) राज्यों सरकारों के साथ मिलकर यह सर्वे कर रहा है। दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति का आंकलन करने के लिए अगस्त के पहले सप्ताह में दूसरा सीरो सर्वे किया गया था। इस सर्वे में 15,000 लोगों के सैंपल लिए गए थे। इनमें से 28.3% पुरुषों और 32.2% महिलाओं में एंटीबॉडी मिले हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अच्छी बात यह है कि 29% लोग ठीक हो चुके हैं। पिछली बार 27 जून से 10 जुलाई तक किए गए सर्वे में पता चला था कि 23.43 फीसदी लोगों के नमूनों में एंटीबॉडी की मौजूदगी है। झारखंड में दो महीने पहले हुए सीरो सर्वे में 27 फीसदी लोगों में हर्ड इम्युनिटी मिली थी।
मुंबई के सीरो सर्वे में 40 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी मिली थी। एनसीडीसी के निदेशक डा. सुजीत कुमार सिंह ने कहा कि विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि 50 फीसदी से ज्यादा लोगों में हर्ड इम्युनिटी विकसित होने पर कोरोना की चेन टूट जाएगी। 50 फीसदी लोगों में हर्ड इम्युनिटी होने से कोरोना संक्रमण का फैलाव कम हो जाएगा। लेकिन दिल्ली, मुंबई और झारखंड के नतीजों में हर्ड इम्युनिटी इस लक्ष्य तक नहीं पहुंची है। जबकि पुणे के सिरो सर्वे में 51 फीसदी लोगों में हर्ड इम्युनिटी या एंटी बॉडी मिली है। जिससे वहां कोरोना की चेन टूटने में सहायता मिलेगी।