जेएसडब्ल्यू भूमि सौदे को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कर्नाटक सरकार पर साधा निशाना
By भाषा | Published: June 6, 2019 03:52 AM2019-06-06T03:52:31+5:302019-06-06T03:52:31+5:30
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री एच के पाटिल ने 3,667 एकड़ भूमि जेएसडब्ल्यू स्टील को बेचने के कर्नाटक मंत्रिमंडल के फैसले का विरोध किया है।
बेंगलुरू, पांच जून: कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री एच के पाटिल ने 3,667 एकड़ भूमि जेएसडब्ल्यू स्टील को बेचने के कर्नाटक मंत्रिमंडल के फैसले का विरोध किया है। यहीं नहीं, कांग्रेस नेता और उद्योग मंत्री के जे जॉर्ज पर भी निशाना साधा है। पाटिल ने इससे पहले राज्य के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी को इस संबंध में पत्र लिखा था। पाटिल ने आरोप लगाया है कि जॉर्ज ने जेएसडब्ल्यू पर सार्वजनिक कंपनी मैसूर मिनरल्स लिमिटेड (एमएमएल) के ' बकाये ' के बारे में ' तथ्यों को छिपाया ' है।
उन्होंने दावा किया कि जेएसडब्ल्यू पर एमएमएल का ब्याज सहित 2,000 करोड़ रुपये का बकाया है और भूमि को पट्टेदार के पक्ष में फ्रीहोल्ड करते हुए इसे ' नजरअंदाज ' किया गया है। पाटिल ने पत्र में लिखा , " सरकार का यह फैसला कंपनी को लाभ पहुंचाने का संदेह पैदा करता है।" उन्होंने यह पत्र ट्विटर पर भी साझा किया है। जॉर्ज ने संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि जेएसडब्ल्यू पर कोई बकाया नहीं है। इसी के बाद पाटिल की टिप्पणी आई है।
भाजपा की कर्नाटक इकाई ने भी इस मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी ने आरोप लगाया कि जेएसडब्ल्यू को " सस्ती " दर पर भूमि आवंटित करने का निर्णय सरकार ने अपनी झोली " भरने " और राज्य में सत्ता गंवाने के डर से लिया है। मंत्रिमंडल ने 27 मई को 3,667 एकड़ भूमि को फ्री होल्ड करने का फैसला किया था। बेल्लारी जिले के विजयनगर में स्थित इस जमीन को 2005-06 में जेएसडब्ल्यू को पट्टा सह बिक्री पर दिया गया था।