65 वर्षों में यह दूसरा सबसे सूखा साल, मॉनसून रहेगा कमजोर, 10-15 दिनों की देरी से पहुंचेगा दिल्ली

By रोहित कुमार पोरवाल | Published: June 5, 2019 07:43 PM2019-06-05T19:43:19+5:302019-06-05T20:03:07+5:30

मौसम विज्ञानी के मुताबिक, केरल में मॉनसून अगले 48 घंटों के भीतर पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि इस बार मॉनसून कमजोर होगा। दिल्ली और इसके आस-पास के इलाकों में मॉनसून के पहुंचने की सामान्य तारीखें जून के आखिरी हफ्ते में हैं, लेकिन इसमें 10-15 दिनों की देरी हो सकती है। 

Second driest year in last 65 years, This year monsoon will be weak, Says Skymet Meteorologist | 65 वर्षों में यह दूसरा सबसे सूखा साल, मॉनसून रहेगा कमजोर, 10-15 दिनों की देरी से पहुंचेगा दिल्ली

स्काईमेट के वैज्ञानिक ने मॉनसून के बारे में जानकारी दी। उनके मुताबिक, 65 वर्षों में यह दूसरा सबसे सूखा साल है और मॉनसून कमजोर रहेगा। (Image Source: pixabay)

Highlightsमौसम की जानकारी देने वाली निजी फर्म के वैज्ञानिक ने बताया कि पिछले 65 वर्षों में यह दूसरा सबसे सूखा साल है। स्काईमेट के मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि इस बार मॉनसून कमजोर है और दिल्ली में देरी से पहुंचेगा।

उत्तर भारत के लोगों को गर्मी से राहत मिलने में इस बार कुछ ज्यादा इंतजार करना होगा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस बार मॉनसून कुछ कम है और दिल्ली-एनसीआर तक देरी सामान्य तिथि के मुकाबले देरी से आएगा।

मौसम की जानकारी देने वाली प्राइवेट फर्म स्काईमेट के मौसम वैज्ञानिक समर चौधरी ने समाचार एजेंसी को बताया, ''पिछले 65 वर्षों में यह दूसरा सबसे सूखा साल है, प्री-मॉनसून के लिए सामान्य वर्षा 131.5 मिमी दर्ज की जाती रही है जबकि इस बार यह 99 मिमी दर्ज की गई। यह स्थिति उन इलाकों में अल नीनों के कारण बन रही है जो मॉनसून के आवा-गमन पर असर डालेंगे। 

मौसम वैज्ञानिक ने यह भी बताया कि केरल में मॉनसून अगले 48 घंटों के भीतर पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि इस बार मॉनसून कमजोर होगा। दिल्ली और इसके आस-पास के इलाकों में मॉनसून के पहुंचने की सामान्य तारीखें जून के आखिरी हफ्ते में हैं, लेकिन इसमें 10-15 दिनों की देरी हो सकती है। 


क्या होता है अल नीनो?

प्रशांत महासागर में समुद्र की सतह गर्म होने पर हवा की गति और उसका रास्ता प्रभावित होता है और इससे मौसम पर भी असर पड़ता है। नतीजतन, कई जगहों पर सूखा तो कहीं-कहीं बाढ़ जैसी समस्या बनती है। इसी को अल नीनो कहा जाता है।

बता दें कि बुधवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गर्मी के कारण दिन के समय कुछ सड़कों पर सन्नाटा देखा जा रहा है। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग तमाम तरह के उपाय कर रहे हैं। जूस और कोल्ड्रिक्स की दुकानों पर लोगों की भीड़ देखी जा सकती है।

Web Title: Second driest year in last 65 years, This year monsoon will be weak, Says Skymet Meteorologist

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