वैज्ञानिकों का दावा, भारत में है एक अलग तरह के कोरोना वायरस, ये राज्य ज्यादा प्रभावित
By पल्लवी कुमारी | Published: June 4, 2020 07:28 AM2020-06-04T07:28:31+5:302020-06-04T07:28:31+5:30
भारत में कोरोना के 2,07,615 मामले हैं और 5,815 लोगों की मौत हो गई है। 1,00,032 लोग देश में कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं। मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 48 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है।
हैदराबाद: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के दो लाख सात हजार से ज्यादा मामले हो गए हैं। मृतकों की कुल संख्या 5,815 हो गई है। इसी बीच वैज्ञानिकों ने भारत में एक अलग तरह के कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाया है। हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्युलर बयॉलजी (Centre for Cellular and Molecular Biology CCMB) के वैज्ञानिकों ने इस अलग तरह के कोरोना वायरस (SARS-CoV2) का पता लगाया है। वैज्ञानिकों ने इस नए कोविड-19 को ''क्लेड ए3आई'' ( Clade A3i) नाम दिया है। ये भारत में जीनोम (जीनों के समूह) अनुक्रम के 41 प्रतिशत में पाया गया है। वैज्ञानिकों ने 64 जीनोम का अनुक्रम तैयार किया है। वैज्ञानिकों का दावा है कि फिलहाल यह दक्षिणी राज्य जैसे- तमिलनाडु और तेलंगाना में ज्यादातर पाया गया है।
वैज्ञानिकों ने बताया- इस वायरस का समूह फरवरी 2020 में विषाणु से उत्पन्न हुआ
CCMB ने ट्वीट कर बताया, भारत में सार्स-सीओवी2 (SARS-CoV2)के प्रसार के जीनोम विश्लेषण पर एक नया तथ्य सामने आया है। नतीजों से यह प्रदर्शित हुआ कि इस विषाणु का एक अनूठा समूह भी है और यह भारत में मौजूद है। इसे क्लेड ए3आई ( Clade A3i) नाम दिया गया है।
CCMB के वैज्ञानिकों ने बताया, ऐसा प्रतीत होता है कि इस वायरस का समूह फरवरी 2020 में विषाणु से उत्पन्न हुआ और देश भर में फैला है। इसमें भारत से लिए गये सार्स-सीओवी2 जीनोम (SARS-CoV2) के सभी नमूनों के 41 प्रतिशत और सार्वजनिक किए गए वैश्विक जीनोम का साढ़े तीन प्रतिशत है।सीसीएमबी वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआर) के तहत आता है।
तेलंगाना और तमिलनाडु के ज्यादातर सैंपल CLADE-A3i जैसे
वैज्ञानिकों इस वायरस के मुताबिक इस वायरस से किए गए रिसर्च से पता चलहा है कि यह विषाणु के फरवरी में साझा पूर्वज थे। सीसीएमबी के निदेशक एवं शोध पत्र के सह-लेखक राकेश मिश्रा ने कहा कि तेलंगाना और तमिलनाडु से लिए गए ज्यादातर नमूने क्लेड ए3आई ( Clade A3i) की तरह हैं।
राकेश मिश्रा ने कहा कि ज्यादातर नमूने भारत में कोविड-19 के प्रसार के शुरुआती दिनों के हैं। राकेश मिश्रा ने कहा कि दिल्ली में पाए गए नमूनों से इसकी थोड़ी सी समानता है, लेकिन महाराष्ट्र और गुजरात के नमूनों से कोई समानता नहीं है।
इस वायरस का टाइप सिंगापुर और फिलीपीन से मिलता-जुलता है
कोरोना वायरस का यह प्रकार सिंगापुर और फिलीपीन में पता चले मामलों जैसा है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में और अधिक नमूनों का जीनोम अनुक्रम तैयार किया जाएगा औप इससे इस विषय पर और जानकारी मिलने में मदद मिलेगी। साथ ही, यह भी कहा गया है कि भारत में सार्स-सीओवी2 (SARS-CoV2) के अलग और बहुत अधिक मात्रा में उपलब्ध समूह की विशेषता बताने वाला यह पहला व्यापक रिसर्च है।
भारत में कोरोना वायरस के अपेडट
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सुबह जारी किए गए अपडेट में बताया गया कि मंगलवार सुबह आठ बजे के बाद से संक्रमण के 8,909 नए मामले सामने आए जिससे पीड़ितों की संख्या बढ़कर 2,07,615 पहुंच गई है जबकि इसी दौरान 217 लोगों की महामारी से मौत की वजह से मृतकों की कुल संख्या 5,815 हो गई।
मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविड-19 का इलाज करा रहे लोगों की संख्या इस समय एक लाख एक हजार से ज्यादा है जबकि कम से कम 1,00,032 लोग बीमारी से ठीक भी हो चुके हैं जिससे मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 48 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है।