तमिलनाडु में भारी बारिश से कई जिलों में स्कूल बंद, बहुत लोगों की हो चुकी है मौत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 3, 2019 10:54 AM2019-12-03T10:54:25+5:302019-12-03T10:54:25+5:30
राज्य में उत्तर-पूर्व मानसून तेज होने के कारण, बारिश के कहर का खामियाजा भुगत रहे तूतीकोरिन, कुड्डालोर और तिरुनेलवेली जिलों में राहत शिविरों में लगभग 1,000 लोगों को रखा गया है।
तमिलनाडु में भारी बारिश का कहर जारी है। अभी तक बहुत से लोगों की मौत हो चुकी है। सड़कों से लेकर घरों में पानी भर गया है। आवागमन ठप्प है। वहीं, प्रशासन ने कई जिलों में स्कूलों की छुट्टी कर दिया है। समाचार एजेंसी के मुताबिक जिला प्रशासन द्वारा शिवगंगा के सभी स्कूलों में आज के लिए अवकाश घोषित किया गया।
इससे पहले तमिलनाडु सरकार ने सोमवार को बताया कि राज्य में 29 नवंबर से हुई बारिश से जुड़ी घटनाओं में 25 लोगों की मौत हो गई है। इनमें 17 ऐसे लोग शामिल हैं, जिनकी कोयम्बटूर के पास मेट्टुपलयम के नादुर गांव में एक दीवार गिरने से मौत हो गई।
Rameswaram: Water-logging in Gandhi Nagar and Thiruvalluvar Nagar areas following heavy rainfall in the region due to northeast trade winds. #TamilNadupic.twitter.com/vEQ00NU1da
— ANI (@ANI) December 3, 2019
राज्य में उत्तर-पूर्व मानसून तेज होने के कारण, बारिश के कहर का खामियाजा भुगत रहे तूतीकोरिन, कुड्डालोर और तिरुनेलवेली जिलों में राहत शिविरों में लगभग 1,000 लोगों को रखा गया है। मूसलाधार बारिश के कारण चेन्नई के कुछ निचले इलाके और निकटवर्ती चेंगलपेट और कांचीपुरम जिले में बाढ़ की समस्या खड़ी हो गई है।
मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम और अन्य कैबिनेट मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने जलाशयों की निगरानी के आदेश दिए हैं, जिनमें से कई या तो पूर्ण रूप से भर गए हैं या तेजी से भर रहे हैं।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 29 नवंबर से एक दिसंबर के बीच बारिश से जुड़ी घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा, सोमवार को कोयंबटूर में एक दीवार ढहने से 17 लोग मारे गए, जिससे मरने वाले की कुल संख्या 25 हो गई है।