NEET परीक्षा टालने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार, 13 सितंबर से ही होगी देश भर में परीक्षा
By पल्लवी कुमारी | Published: September 9, 2020 12:25 PM2020-09-09T12:25:03+5:302020-09-09T12:25:41+5:30
कांग्रेस सहित देश के तमाम विपक्षी पार्टी जेईई और नीट की परीक्षाओं का कोरोना काल में होने का विरोध कर रही थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने पहले भी परीक्षाओं को टालने वाली याचिका खारिज की थी।
मुंबई:नीट (NEET) की परीक्षा टालने से सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार (09 सितंबर) को इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि 13 सितंबर से पूरे देश में होगी परीक्षा। सुप्रीम कोर्ट ने आज एक नई याचिका दायर करने से इनकार कर दिया। नीट 2020 की परीक्षा को 13 सितंबर को स्थगित करने की मांग की गई थी। समीक्षा याचिकाओं को भी अदालत ने खारिज कर दिया है।
Supreme Court today refused to entertain a fresh batch of petitions, seeking to postpone NEET 2020 examination scheduled to be held on September 13. Review petitions also dismissed by Court. pic.twitter.com/JblIuerd7D
— ANI (@ANI) September 9, 2020
बता दें कि गैर भाजपा शासित राज्यों के छह मंत्रियों ने 28 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट का रुख कर कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच इस साल नीट NEET और जेईई (JEE MAIN) प्रवेश परीक्षाएं कराने की केंद्र को अनुमति देने वाले आदेश पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था।
सुप्रीम कोर्ट पहले भी NEET और JEE MAIN परीक्षा टालने वाली याचिका कर चका है खारिज
सुप्रीम कोर्ट ने 17 अगस्त 2020 को, इस साल सितंबर में निर्धारित मेडिकल एवं इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं - नीट और जेईई के आयोजन के मामले में हस्तक्षेप करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि जीवन चलते रहना चाहिए और विद्यार्थी वैश्विक महामारी के चलते अपना बहुमूल्य साल बर्बाद नहीं कर सकते।
शीर्ष अदालत ने सायंतन बिश्वास की याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें नीट और जेईई दोनों परीक्षाओं का आयोजन करने वाली राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) को ये परीक्षाएं टालने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया था। कोर्ट ने कहा था कि याचिका सुनवाई करने लायक नहीं है।
कांग्रेस ने NEET और JEE परीक्षा कराने के खिलाफ चलाया था अभियान
कांग्रेस ने मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश से संबंधित NEET और JEE की परीक्षाएं कोरोना वायरस महामारी के बीच कराने के फैसले के विरोध में सोशल मीडिया पर अभियान चलाया था। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोगों से छात्रों के लिए आवाज उठाने का आह्वान भी किया था। कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने इस अभियान के तहत वीडियो जारी कर परीक्षाएं स्थगित करने की मांग की थी।