SBI, HDFC, ICICI Bank खाताधारकों को OTP प्राप्त करने में हो सकती है समस्या, ये है वजह
By अनुराग आनंद | Published: March 27, 2021 10:45 AM2021-03-27T10:45:31+5:302021-03-27T10:49:42+5:30
27 मार्च से 4 अप्रैल तक बैंक 7 दिनों के लिए बंद रहेंगे, लेकिन इसके साथ ही एक और चिंताजनक खबर यह है कि आपको ऑनलाइन बैंकिंग में भी इस दौरान समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
मुंबई: अगर आपका अकाउंट स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी बैंक में है, तो आपके लिए यह बहुत महत्वपूर्ण खबर है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगले कुछ दिन आपको बैंकिंग सेवाओं के इस्तेमाल के दौरान समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
27 मार्च से 4 अप्रैल तक बैंक 7 दिनों के लिए बंद रहेंगे, लेकिन इस बीच एक और चिंताजनक खबर यह है कि आपको इस दौरान ऑनलाइन बैंकिंग में भी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
डीएनए इंडिया के मुताबिक, मोबाइल पर आने वाले अनचाहे और फ्रॉड मैसेज से लोगों को निजात दिलाने के लिए टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी (TRAI) ने कमर्शियल मैसेज पर लगाम लगाने के लिए एक प्रक्रिया शुरू की है, इसमें कंपनियों को कहा गया है कि वो एक फॉर्मेट में मैसेज को ट्राई के साथ रजिस्टर्ड कराएं ताकि ग्राहकों तक सही मैसेज पहुंचाया जा सका।
रिपोर्ट के अनुसार, ट्राई के इस आदेश को कंई कंपनियां गंभीरता से नहीं ले रही हैं, जिसका खामियाजा उनके ग्राहकों को उठाना पड़ सकता है।
ट्राई के 40 डिफॉल्टर कंपनियों की लिस्ट में ये बैंक भी शामिल-
टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई ने ऐसे 40 डिफॉल्टर कंपनियों की लिस्ट जारी की है, जिसमें कई बड़े बैंक जैसे HDFC Bank, SBI and ICICI Bank, Axis Bank शामिल हैं। ये सभी कंपनियां ट्राई के बार बार चेतावनी के बाद भी बल्क कमर्शियल मैसेज के रेगुलेटरी नियमों का पालन नहीं कर रही हैं।
TRAI ने अवांछित एसएमएस से छुटकारा पाने के लिए लिया फैसला-
अवांछित एसएमएस से छुटकारा पाने के लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने वाणिज्यिक संदेशों पर अंकुश लगाने के लिए एक प्रक्रिया शुरू की है, जिससे कंपनियों को ग्राहकों तक पहुंचने के लिए ट्राई के साथ एक प्रारूप में मैसेज पंजीकृत करने के लिए कहा गया है।
इस कदम का उद्देश्य ग्राहकों को सही संदेश भेजना और उन्हें किसी भी धोखाधड़ी का शिकार होने से बचाना है। हालांकि, कई कंपनियां ट्राई के इस आदेश को गंभीरता से नहीं ले रही हैं, जिसका खामियाजा उनके ग्राहकों को उठाना पड़ सकता है।
अब ट्राई की सख्त चेतावनी-
बता दें कि सरकारी संस्था ने कई बार इस संबंध में कंपनियों व बैंकों को सूचित करने के बाद अब कहा है कि 1 अप्रैल 2021 के बाद से मैसेज रेगुलेटरी जरूरतों को पूरा नहीं करने की वजह से 'Scrubbing Process' में फेल हुए तो उन्हें सिस्टम की ओर से रिजेक्ट कर दिया जाएगा।
कंपनियों जैसे बैंक, पेमेंट कंपनियां, बीमा कंपनियां और दूसरी कंपनियां जब मैसेज और ओटीपी भेजेंगी, तो इन सभी को ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म पर उनके रजिस्टर्ड टेम्पलेट से चेक किया जाएगा। इसे ही एसएमएस स्क्रबिंग प्रक्रिया कहते हैं।
ऐसे में यदि कोई कंपनी नियमों का पालन नहीं करेगी तो उसका मैसेज ग्राहकों तक नहीं जाएगा और रिजेक्ट हो जाएगा। ऐसे में बैंक बंद रहने व ऑनलाइन पेमेंट के लिए ओटीपी नहीं आने से ग्राहकों को समस्या का सामना करना पड़ सकता है।