'सावरकर गौहत्या के खिलाफ नहीं थे, खाते थे बीफ', कर्नाटक के मंत्री का सनसनीखेज बयान
By रुस्तम राणा | Published: October 3, 2024 05:16 PM2024-10-03T17:16:01+5:302024-10-03T17:16:01+5:30
गांधी जयंती के अवसर पर बेंगलुरु में आयोजित एक कार्यक्रम में कर्नाटक के मंत्री दिनेश गुंडू राव ने दावा किया कि सावरकर न केवल मांसाहारी थे, बल्कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से गोमांस का सेवन भी किया था।
बेंगलुरु: कांग्रेस नेता और कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने विनायक दामोदर सावरकर पर मांसाहारी होने और गोहत्या के खिलाफ न होने की टिप्पणी करके विवाद खड़ा कर दिया है। गांधी जयंती के अवसर पर बेंगलुरु में आयोजित एक कार्यक्रम में दिनेश गुंडू राव ने दावा किया कि सावरकर न केवल मांसाहारी थे, बल्कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से गोमांस का सेवन भी किया था। कांग्रेस मंत्री ने कहा कि सावरकर ब्राह्मण होने के बावजूद पारंपरिक आहार प्रतिबंधों का पालन नहीं करते थे और आधुनिकतावादी थे।
मंत्री ने महात्मा गांधी के विचारों के साथ सावरकर के विचारों की तुलना भी की, इस बात पर जोर देते हुए कि सावरकर की विचारधारा कट्टरवाद की ओर झुकी हुई थी, जबकि गांधी की मान्यताएँ गहरी लोकतांत्रिक थीं। दिनेश गुंडू राव ने कहा, "गांधी हिंदू सांस्कृतिक रूढ़िवाद में गहरी आस्था रखने वाले सख्त शाकाहारी थे। वे अपने दृष्टिकोण में एक लोकतांत्रिक व्यक्ति थे।" उन्होंने दोनों नेताओं के बीच विचारधाराओं में एक बड़ा अंतर उजागर किया।
राव के अनुसार, गांधी के कार्यों में सहिष्णुता और समावेशिता शामिल थी, जो विशेषताएँ उन्हें सावरकर की कट्टरपंथी सोच से अलग करती हैं। दिनेश गुंडू राव ने मुहम्मद अली जिन्ना पर भी टिप्पणी की, जिनके बारे में उन्होंने दावा किया कि वे कट्टरपंथी नहीं थे। राव ने कहा कि जिन्ना कभी भी कट्टर इस्लामवादी नहीं थे, कुछ लोगों का दावा है कि वे सूअर का मांस भी खाते थे। गुंडू राव ने कहा, "जिन्ना मुसलमानों के लिए एक प्रतीक बन गए। वे कभी भी कट्टरपंथी नहीं थे, लेकिन सावरकर थे।"
कांग्रेस मंत्री की विवादित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता आर अशोक ने सवाल उठाया कि कांग्रेस हमेशा हिंदुओं को ही क्यों निशाना बनाती है। अशोक ने कहा, “कांग्रेस का भगवान टीपू सुल्तान है। आप कांग्रेस के लोग हमेशा हिंदुओं को ही क्यों निशाना बनाते हैं? मुसलमानों को क्यों नहीं? कांग्रेस की मानसिकता ऐसी ही है। चुनाव में हिंदुओं ने अपना फैसला सुनाया है। हर हिंदू उन्हें सबक सिखाएगा।”
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी ने सावरकर को बदनाम करना शुरू किया और अब दूसरे लोग उनके बयान को ही आगे बढ़ा रहे हैं। फडणवीस ने कहा, “ये लोग सावरकर के बारे में कुछ नहीं जानते। वे बार-बार सावरकर जी का अपमान करते हैं। सावरकर जी ने गायों के बारे में अपने विचार बहुत अच्छे से व्यक्त किए हैं। उन्होंने कहा है कि गाय किसान के जन्म से लेकर मृत्यु तक उसकी मदद करती है, इसलिए हमने गाय को भगवान का दर्जा दिया है।”
राहुल गांधी को हाल ही में महाराष्ट्र के नासिक जिले की एक अदालत ने सावरकर पर उनकी कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ दायर मानहानि के मामले में तलब किया था। शिकायतकर्ता के अनुसार, गांधी ने कहा था कि ‘सावरकर भाजपा और आरएसएस के जिन हैं’ और ‘सावरकर ने हाथ जोड़कर रिहाई की प्रार्थना की और बाद में ब्रिटिश सरकार के लिए काम करने का वादा किया।’ शिकायतकर्ता ने दावा किया कि ये बयान सावरकर को बदनाम करने के उद्देश्य से थे।