संजय राउत ने कांग्रेस को धमकाया, बोले- "वीर सावरकर पर दिया राहुल गांधी का बयान महाविकास अघाड़ी के टूटने का कारण हो सकता है"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 18, 2022 08:15 PM2022-11-18T20:15:03+5:302022-11-18T20:31:29+5:30
शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने राहुल गांधी के बयान पर कहा कि वे महाराष्ट्र आकर वीर सावरकर को बदनाम करें, यह शिवसेना को कतई स्वीकार्य नहीं होगा।
मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र में 'भारत जोड़ो यात्रा' की अगुवाई कर रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी द्वारा वीर सावरकर के संबंध में दिये बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि शिवसेना को वीर सावरकर के बारे में की गई विवादित टिप्पणी स्वीकार्य नहीं है और इस तरह के बयान से सीधे तौर पर सूबे के महाविकास अघाड़ी गठंबधन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
संजय राउत ने इसके लिए राहुल गांधी को चेतावनी देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में विपक्षी दलों का साझा महाविकास अघड़ी से शिवसेना अलग हो सकती है। राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि वे महाराष्ट्र आकर वीर सावरकर को बदनाम करें, यह शिवसेना को कतई स्वीकार्य नहीं होगा।
बीते गुरुवार को राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में वीर सावरकर पर हमला करते हुए कहा था कि भगवा विचारक वीर सावरकर ने आजादी की लड़ाई के दौरान देश के खिलाफ काम करने के लिए ब्रिटिश शासकों से पेंशन ली थी और काला पानी की सझा से मुक्ति पाने के लिए अंग्रेजों से माफी मांगी थी।
राहुल गांधी की इस टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए संजय राउत ने कहा कि राहुल गांधी का बयान शिवसेना के लिए पूरी तरह अक्षम्य है और उनके इस बयान के कारण महाविकास अघाड़ी में दरार आ सकती है। जिसे भाजपा को रोकन के लिए उद्धव ठाकरे ने एनसीपी चीफ शरद पवार के साथ मिलकर कांग्रेस को शामिल करके बनाया था।" इसके साथ ही संजय राउत ने यह भी कहा, "हम वीर सावरकर को सम्मानित व्यक्ति के रूप में देखते हैं और आजादी में सावरकर का भी प्रमुख योगदान था, जिसे भुलाया नहीं जा सकता है।"
मालूम हो कि भाजपा की तरह शिवसेना भी वीर सावरकर के प्रति अगाध श्रद्धा को प्रदर्शित करती है और उन्हें हिंदू स्वाभिमान से जोड़कर देखती है। जिनके बारे में राहुल गांधी ने गुरुवार को 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान महाराष्ट्र में हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कथित तौर पर आपत्तिजनक बातें कही।
राहुल ने पत्रकारों के सामने सावरकर द्वारा अंग्रेजों को लिखी कथित चिट्ठी को पढ़ते हुए दावा किया कि भगवा विचारक वीर सावरकर ने आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार बल्लभ भाई पटेल जैसे नेताओं को धोखा दिया। आजादी से पहले ही सावरकर ने जेल की यातना से बचने के लिए अंग्रेजों को दस्तखत करके माफीनामा भेजा था।
राहुल गांधी के इस कथन पर न केवल उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना बल्कि महाराष्ट्र में सत्ता की अगुवाई कर रही एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना-भाजपा सरकार भी हमलावर है। शिंदे गुट और भाजपा ने भी इसे वीर सावरकर का अपनाम बताते हुए राहुल गांधी से माफी मांगने की बात कही है। भाजपा इसे सावरकर के प्रति राहुल गांधी और कांग्रेस का पूर्वाग्रह बता रही है।