संजय राउत को ईडी ने भेजा समन, महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच कल मुंबई में पेश होने के लिए कहा
By विनीत कुमार | Published: June 27, 2022 12:59 PM2022-06-27T12:59:14+5:302022-06-27T13:44:10+5:30
संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय ने समन भेजा है। उन्हें कल मुंबई में ईडी के ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच ईडी ने ये समन संजय राउत को भेजा है।
मुंबई: शिवसेना नेता संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक जमीन घोटाले के मामले में समन भेजा है। ईडी ने संजय राउत को समन भेज कर मंगलवार को मुंबई में पेश होने के लिए कहा है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार संजय राउत को ये समन पात्रा चॉल भूमि घोटाले से जुड़े मामले में भेजा गया है।
ईडी का ये समन उस समय आया है जब महाराष्ट्र में गंभीर सियासी संकट जारी है। खासकर शिवसेना के लिए ये हाल के वर्षों में सबसे बड़ी मुश्किल की घड़ी है।
दरअसल शिवसेना के कई विधायक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बगावत पर उतर आए हैं और गुवाहाटी के एक होटल में डेरा डाले हुए हैं। ऐसे में महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार पर खतरा मंडरा रहा है। वहीं, शिवसेना की कमान किसके हाथ में होगी, इसे लेकर भी तमाम अटकलें जारी हैं।
Enforcement Directorate (ED) summons Shiv Sena MP Sanjay Raut on June 28, in connection with Patra Chawl land scam case
— ANI (@ANI) June 27, 2022
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वहीं ईडी द्वारा समन की खबर आने के बाद संजय राउत ने ट्वीट कहा, 'मुझे अभी पता चला है कि ईडी ने मुझे तलब किया है। अच्छा! महाराष्ट्र में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम जारी है। हम, बालासाहब के शिवसैनिक एक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं। यह मुझे रोकने की साजिश है। भले ही आप मुझे मार दें, मैं गुवाहाटी का रास्ता नहीं लूंगा। मुझे गिरफ्तार कर लो!'
शिवसेना के बागी नेताओं पर हमलावर हैं संजय राउत
उद्धव ठाकरे परिवार के बेहद करीबी संजय राउत पिछले कई दिनों से लगातार शिवसेना के बागी विधायकों पर तीखे हमले कर रहे हैं। संजय राउत ने हाल में कई बार इस पूरे सियासी संकट के पीछे भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही ये भी कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विधायकों का बागी हो जाना 'ईडी, सीबीआई और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के दबाव' का परिणाम है।
इससे पहले इसी साल अप्रैल की शुरुआत में ई़डी ने कुछ भूमि सौदों से जुड़ी धनशोधन जांच के तहत संजय राउत की पत्नी और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया था। राउत ने उस समय आरोप लगाया था कि यह कार्रवाई बदला लेने के तहत की गई है और उनके खिलाफ ईडी के दावे विफल हो जाएंगे।