संजय राउत कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या पर बोले- "धारा 370 हटने के बाद भी घाटी पंडितों के लिए सुरक्षित नहीं, केंद्र को उठाने होंगे सख्त कदम"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 13, 2022 08:48 PM2022-05-13T20:48:21+5:302022-05-13T20:52:52+5:30
कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या पर अफसोस जताते हुए संजय राउत ने इसके लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह कश्मीरी पंडितों को लेकर बहुत भावुक बातें करते हैं और कहते हैं कि पंडितों को घाटी में वापसी दोबारा बसाया जाएगा। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए समझ में नहीं आता कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री आखिर किस तरह ये करेंगे।
मुंबई: कश्मीर में आतंकियों द्वारा की गई 35 साल के कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या के मामले में शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र द्वारा जम्मू-कश्मीर में हटाये गये धारा 370 के बाद भी कश्मीर आतंकी हमले से मुक्त नहीं हो पा रहा है। केंद्र को इस मामले में बेहद संजीदगी के साथ सोचने और कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या पर अफसोस जताते हुए संजय राउत ने इसके लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह कश्मीरी पंडितों को लेकर बहुत भावुक बातें करते हैं और कहते हैं कि पंडितों को घाटी में वापसी दोबारा बसाया जाएगा। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए समझ में नहीं आता कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री आखिर किस तरह ये करेंगे।
इसके साथ राउत ने कहा, "जो पलायन कर गये हैं और निर्वासित जिंदगी जी रहे हैं, उनका मसला तो अपनी जगह पर बरकरार है लेकिन जो घाटी छोड़कर नहीं गये, उन्हें भी वहां रहने नहीं दिया जा रहा है। उनका कत्ल-ए-आम किया जा रहा है। आखिर कब तक चलेगा ऐसा। गृहमंत्री को इन घटनाओं को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए।"
शिवसेना प्रवक्ता ने कहा कि हम हर समय पाकिस्तान को दोष देकर पल्ला नहीं झाड़ सकते हैं, आखिर सरकार क्या कर रही है कश्मीरी पंडितों के लिए ? ये तो सरकार को ही बताना पड़ेगा और जब तक सख्त कदम नहीं उठाये जाएंगे, ये सिलसिला ऐसे ही चलता रहेगा।
उन्होंने कहा, "धारा 370 हटने के बाद भी अगर कश्मीरी पंडित और आम जनता का हाल वैसा ही है और वो अपने जानमाल की सुरक्षा नहीं कर सकते हैं तो सरकार को इस दिशा में सोचना चाहिए, कड़े एक्शन का वक्त आ गया है।"
भाजपा द्वारा महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा को मुद्दा बनाये जाने को लेकर तंज कसते हुए संजय राउत ने कहा कि कश्मीरी पंडितों और कश्मीर की समस्या का समाधान हनुमान चालीसा और मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर जैसे मुद्दों को उठाने से नहीं होगा। सरकार को इस पर व्यावहारिक होना होगा।
मालूम हो कि लश्कर आतंकियों ने गुरुवार को मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के एक सरकारी कार्यालय में घुसकर कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल भट्ट की गोली मारकर हत्या कर दी।
केंद्र सरकार की ओर से कश्मीरी पंडितों के लिए लागू किये गये विशेष रोजगार पैकेज के तहत चदूरा स्थित तहसील कार्यालय में कार्यरत भट्ट बीते लगभग एक दशक से बडगाम में नौकरी कर रहे थे।
आतंकियों की गोली के शिकार हुए भट्ट को फौरन श्रीनगर के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों द्वारा इलाज किये जाने के क्रम में उन्होंने दम तोड़ दिया था, जिसके बाद से कश्मीरी पंडित एक बार फिर से आक्रामक हैं और केंद्र सरकार से इस मामले में कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)