महाराष्ट्र के सत्ता संघर्ष के बीच खूब सर्च किए गए संजय राउत, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को भी पछाड़ा
By आदित्य द्विवेदी | Published: November 18, 2019 02:15 PM2019-11-18T14:15:05+5:302019-11-18T14:15:05+5:30
पिछले 18 दिनों के ट्रेंड की बात करें तो संजय राउत को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से भी ज्यादा सर्च किया गया है। पढ़िए महाराष्ट्र का सियासी घटनाक्रम और संजय राउत के बयान...
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजे आने के तीन हफ्ते बाद भी सरकार गठन पर सस्पेंस बरकरार है। फिलहाल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू है। शिवसेना के साथ एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में संजय राउत का नाम अभूतपूर्व ढंग से सामने आया है। चुनाव नतीजे आने के बाद संजय राउत लगातार बीजेपी पर हमलावर रहे। उन्होंने सत्ता गठन के लिए 50-50 के फॉर्मूले पर जोर दिया। उनकी लोकप्रियता की गवाही गूगल भी दे रहा है। पिछले 18 दिनों के ट्रेंड की बात करें तो संजय राउत को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से भी ज्यादा सर्च किया गया है।
क्या कहते हैं गूगल ट्रेंड्स के आंकड़े?
गूगल ट्रेंड्स के अनुसार 1 नवंबर से संजय राउत की सर्चिंग में काफी बढ़ोतरी हुई है। यह वह दौर था जब बीजेपी और शिवसेना के बीच रिश्ते बिगढ़ रहे थे। संजय राउत कमोबेश रोजाना बीजेपी पर हमला बोलते रहे। इस दौरान उनके ट्वीट भी काफी चर्चा में रहे। 11 नवंबर को संजय राउत का सर्च 100 प्वाइंट पर पहुंच गया था वहीं उद्धव ठाकरे 68 प्वाइंट पर थे। संजय राउत को सबसे ज्यादा गोवा, महाराष्ट्र, चंडीगढ़, झारखंड और छत्तीसगढ़ में सर्च किया गया।
महाराष्ट्र का सियासी घटनाक्रम और संजय राउत का उभार
31 अक्टूबर को संजय राउत ने एनसीपी मुखिया शरद पवार से मुलाकात की। इसके बाद सियासी हलकों में सुगबुगाहट बढ़ गई। राउत ने लिखा, 'मत पालिए अहंकार को इतना, वक्त के सागर में कई सिकंदर डूब गए।' उसी दिन राउत ने कहा कि अगर शिवसेना तय करती है तो वो बहुमत जुटा सकते हैं।
2 नवंबर को संजय राउत ने दावा किया कि उनके पास 145 विधायकों का समर्थन है। 3 नवंबर को उन्होंने ट्वीट किया, 'उसूलों पर जहां आंच आए टकराना जरूरी है, जो जिंदा हो तो फिर जिंदा नजर आना जरूरी है।' इसी दिन संजय राउत ने कहा कि उनके पास 170 विधायकों का समर्थन है। यह आंकड़ा 175 तक भी पहुंच सकता है। 4 नवंबर को राउत ने उद्धव के साथ तस्वीर लगाकर लिखा लक्ष्य तक पहुंचने से पहले सफर में मज़ा आता है। इसी दिन उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की।
5 नवंबर को संजय राउत ने दुष्यंत कुमार की एक गजल ट्वीट की। इसी दिन उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री सिर्फ शिवसेना का होगा। 6 नवंबर को राउत ने लिखा कि जो लोग कुछ नहीं करते हैं वो कमाल करते हैं। 7 नवंबर को उन्होंने लिखा, 'तुम्हारे पांव के नीचे कोई ज़मीन नहीं, कमाल है कि, फ़िर भी तुम्हें यक़ीन नहीं।'
7 नवंबर को पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने उनकी तारीफ करते हुए ट्वीट किया कि वो अचानक महाराष्ट्र के सबसे कद्दावर नेता की तरह उभरे हैं। 9 नवंबर को संजय राउत ने लिखा कि पहले मंदिर फिर सरकार। 10 नवंबर को संजय राउत ने कहा कि कांग्रेस राज्य की दुश्मन नहीं, पार्टियों में कुछ मतभेद होते हैं। 13 नवंबर को उन्होंने लिखा- अग्निपथ। अस्पताल से बाहर आने के बाद उन्होंने कहा कि सीएम शिवसेना का ही होगा।
संजय राउत ने 13 नवंबर को लिखा, 'शिवसेना अध्यक्ष उद्धवजी ठाकरे के साथ अहमद पटेल जी की मीटिंग हुई और हमे कुछ वादे किये गये। ऐसी बाते मीडिया के जरिये फैलाई जा रही हैं। मैं उद्धवजी की तरफ से ये बात साफ कर देना चाहता हूं की ऐसी कोई मुलाकात नही हुई। हमारी बातचीत कांग्रेस और एनसीपी के साथ चल रही है।'
18 नवंबर को संजय राउत ने हबीब जालिब का एक शेर ट्वीट किया, 'तुमसे पहले वो जो इस शख्स यहां तख्त-नशीं था। उसको भी अपने खुदा होने पर इतना ही यकीं था।'