संजय राउत का दावा, मिला था गुवाहाटी जाने का प्रस्ताव, इस वजह से शिंदे गुट में नहीं हुए शामिल
By अनिल शर्मा | Published: July 2, 2022 11:10 AM2022-07-02T11:10:59+5:302022-07-02T11:31:09+5:30
गौरतलब है कि संजय राउत शुक्रवार को धनशोधन के मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए थे जिनसे 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई।
मुंबईः महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की सरकार बनने के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि उन्हें भी गुवाहाटी जाने का प्रस्ताव मिला था। संजय राउत का कहना है कि वे बालासाहेब ठाकरे के सच्चे अनुयायी हैं इसलिए वे गुवाहाटी नहीं गए। समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में संजय राउत ने कहा, मैं बालासाहेब ठाकरे का अनुसरण करता हूं इसलिए मैं वहां नहीं गया। जब सच्चाई आपके पक्ष में है, तो डर क्यों है?
संजय राउत शुक्रवार को धनशोधन के मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए थे जिनसे 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई। राउत ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने सभी सवालों के जवाब दिए और अगर उन्हें तलब किया गया तो वह फिर से केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश होंगे।
मुझे भी गुवाहाटी जाने का प्रस्ताव मिला था लेकिन मैं बालासाहेब ठाकरे का अनुसरण करता हूं इसलिए मैं वहां नहीं गया। जब सच्चाई आपके पक्ष में है, तो डर क्यों है?: शिवसेना नेता संजय राउत, मुंबई pic.twitter.com/BFvu4C9XGD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2022
ईडी ने क्या राजनीतिक दवाब की वजह से उन्हें तलब किया?, इस सवाल पर शिवसेना सांसद ने कहा, इस देश का एक जिम्मेदार नागरिक, सांसद होने के नाते मेरा ये कर्तव्य है कि जब देश की कोई भी जांच एजेंसी मुझे बुलाती है तो मैं उनके समक्ष जाकर बयान दूं। मुझे बुलाया गया, लोगों के मन में कुछ शंका है कि ये राजनीतिक दबाव में हुआ है, ऐसी कोई बात नहीं है।
संजय राउत ने आगे कहा, उनके मन में शंका थी, टाइमिंग की थोड़ी समस्या है कि यही टाइमिंग क्यों रखी। 10 घंटे तक मैं उनके साथ रहा, अधिकारी बहुत अच्छे से मेरे साथ पेश आए। मैंने सभी प्रश्नों का उत्तर दिया। मैंने उन्हें कहा कि अगर आपको लगता है कि मुझे वापस आना चाहिए तो मैं फिर आ जाऊंगा।