एनकाउंटर में माहिर हैं सज्जनर, 11 साल पहले भी मारे थे एसिड अटैक के तीन आरोपी को
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 6, 2019 05:54 PM2019-12-06T17:54:52+5:302019-12-06T17:54:52+5:30
हैदराबाद में पशु-चिकित्सक के सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए चार आरोपी शुक्रवार सुबह पुलिस के साथ कथित मुठभेड़ में मारे गए।
अभी साइबराबाद के पुलिस आयुक्त वी सी सज्जनर हैं और इत्तेफाकन वर्ष 2008 में वारंगल में दो लड़कियों पर तेजाब फेंकने के तीन आरोपियों को जब पुलिस की टीम ने ऐसी ही मुठभेड़ में मार गिराया था तो वह वारंगल में पदस्थ थे। वारंगल शहर के स्थानीय निवासी उस घटना को याद करते हुए बताते हैं कि वर्ष 2008 में इंजीनियरिंग की दो छात्राओं पर कथित तौर पर तेजाब फेंकने के तीन आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था।
उस समय सज्जनर वारंगल के पुलिस अधीक्षक थे। तेजाब के हमले में दोनों लड़कियों के चेहरे बुरी तरह जलकर खराब हो गए थे। घटना के विरोध में सार्वजनिक रोष फुट पड़ा था जिसके बाद पुलिस ने मामले पर संज्ञान लेते हुए कड़ा कदम उठाया। बाद में एक पीड़िता ने हैदराबाद में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था।
मुठभेड़ के बारे में स्थानीय व्यापारी अमरनाथ ने कहा, "हमें तेजाब हमले की पीड़िताओं के लिए बहुत दुख हुआ था लेकिन तीनों आरोपियों के मारे जाने के बाद हमें सूकून मिला। हमें दिशा(काल्पनिक नाम) के लिए बुरा लग रहा है। हम मानते हैं कि दिशा (काल्पनिक नाम) के परिवार को न्याय मिल गया है।"
गौरतलब है कि राजकीय अस्पताल में सहायक पशुचिकित्सक के रूप में कार्यरत महिला का शव 28 नवंबर को साइबराबाद पुलिस आयुक्तालय के शादनगर स्टेशन की सीमा में एक पुलिया के नीचे मिला था। वह एक दिन पहले से लापता थी। हैदराबाद में पशु चिकित्सक युवती से बलात्कार और उसकी हत्या कर देने के चारों आरोपियों की आयु 20 से 24 वर्ष थी।
उनमें से एक लॉरी चालक था और बाकी सहायक थे। उन्हें 29 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों ने बलात्कार के बाद युवती की गला दबाकर हत्या कर दी थी और बाद में शव को जला दिया था। सोशल मीडिया पर ढेर सारे लोगों ने मुठभेड़ मे आरोपियों को मारने के लिए साइबराबाद पुलिस और सज्जनार की तारीफ की।