किसान आंदोलन पर सचिन समेत सभी हस्तियों के ट्वीट्स की होगी जांच, उद्धव सरकार का फैसला
By अनुराग आनंद | Published: February 8, 2021 02:39 PM2021-02-08T14:39:24+5:302021-02-08T14:48:46+5:30
किसान आंदोलन पर रिहाना व ग्रेटा थनबर्ग के ट्वीट के बाद सचिन तेंदुलकर समेत कई सेलिब्रिटी के ट्वीट करने के मामले में अब उद्धव ठाकरे सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं।
मुंबई: किसान आंदोलन पर अमेरिकी पॉप सिंगर रिहाना व दुनिया की लोकप्रिय पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग व अन्य विदेशी सेलिब्रिटी के ट्वीट के बाद इस मामले में भारत सरकार ने जवाब दिया था।
इंडिया डॉट कॉम के मुताबिक, भारत सरकार के बयान के बाद ही सचिन तेंदुलकर, लता मंगेशकर समेत कई सारे सेलिब्रिटी ने किसान आंदोलन पर ट्वीट कर अपनी बात रखी।
कुछ ने किसान आंदोलन व विदेशी कलाकारों के ट्वीट का समर्थन किया तो कुछ ने विदेशी कलाकारों के ट्वीट पर करारा जवाब देते हुए देश की एकता व अखंडता को बनाए रखने की बात कही है।
सचिन तेंदुलकर समेत सभी हस्तियों के ट्वीट्स को लेकर जांच के आदेश-
अब इस मामले में विवाद इतना बढ़ गया है कि महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने अपनी सरकारी एजेंसी को सचिन समेत सभी हस्तियों के ट्वीट्स को लेकर जांच के आदेश दिए हैं। माना जा रहा है कि इंडिया टुगेदर और इंडिया अगेंस्ट प्रोपेगैंडा के हैशटैग लगाकर ट्वीट करने वाले लोगों पर बाहरी दवाब था, अब इस मामले को ध्यान में रखकर सरकारी संस्था जांच करेगी।
महाराष्ट्र सरकार ने कहा है राज्य सरकार की इंटेलिजेंस विभाग जांच करेगी-
आपको बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने कहा है राज्य सरकार की इंटेलिजेंस विभाग अपने स्तर से इस मामले की जांच करेगी। विभाग इस बात की जांच करेगा कि क्या इन सितारों ने किसी दबाव में आकर ट्वीट्स किए थे। इन ट्वीट्स की शिकायत कांग्रेस ने की थी और आरोप लगाया था कि ज्यादातर ट्वीट्स का एक ही पैटर्न था।
शरद पवार ने सचिन तेंदुलकर के ट्वीट पर इससे पहले ये कहा था-
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को कहा कि मशहूर क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को किसानों के बारे में बोलने के दौरान काफी सावधानी बरती चाहिए। तेंदुलकर और मंगेशकर जैसी हस्तियों की ओर से किसान आंदोलन के संबंध में प्रतिक्रिया दिए जाने के सवाल पर पवार ने कहा कि लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं सचिन तेंदुलकर को सुझाव दूंगा कि उन्हें अन्य क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों पर बयान देने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।’’
किसानों को खालिस्तानी और आतंकवादी कहे जाने पर शरद पवार ने दुख जताया-
शरद पवार ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार किसानों को खालिस्तानी और आतंकवादी कहकर आंदोलन को बदनाम कर रही है। पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा, ‘‘ ये प्रदर्शनकारी किसान हैं जोकि हमारे देश का पेट भरते हैं। इसलएि, इन्हें खालिस्तानी या आतंकवादी कहना उचित नहीं है।’’
राजद नेता शिवानंद तिवारी ने सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न देने को बताया गलत-
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने अपने एक बयान में सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न दिए जाने की बात पर ही सवाल खडे़ कर दिए हैं। उन्होंने सचिन के बयान पर सख्त ऐतराज जताया है। शिवानंद तिवारी ने सचिन की आलोचना करते हुए यहां तक कह डाला कि उन्हें भारत रत्न देने का फैसला सही नहीं था। ऐसे लोगों को भारत रत्न देने से इस सम्मान का अपमान हो रहा है।
सरकार को लता, सचिन की प्रतिष्ठा को दांव पर नहीं लगाना चाहिए: राज
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार को आंदोलनरत किसानों के समर्थन में ट्वीट करने वाली विदेशी हस्तियों पर पलटवार के लिए चलाए गए अपने अभियान में लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर को नहीं उतारना चाहिए था। राज ठाकरे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ केंद्र को लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर को उसके रुख के समर्थन में ट्वीट करने के लिए नहीं कहना चाहिए था और उनकी प्रतिष्ठा को दांव पर नहीं लगाना चाहिए था। अब उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रॉलिंग का सामना करना पड़ेगा। ’’