अर्थव्यवस्था को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार को सचिन पायलट ने दी नसीहत, कहा- असलियत स्वीकार करें
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: September 19, 2019 08:15 PM2019-09-19T20:15:39+5:302019-09-19T20:15:39+5:30
नरेंद्र मोदी सरकार को सचिन पायलट ने कहा, ''पहला कदम है कि असलियत स्वीकार करें, इनकार न करें। भारत और दुनियाभर में हुए सभी सर्वेक्षण बताते हैं कि अर्थव्यवस्था की हालत खराब है।''
राजस्थान के उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने जयपुर में गुरुवार (19 सितंबर) को देश के आर्थिक हालात पर अपनी बात रखी। अर्थव्यवस्था को लेकर उन्होंने इशारों में नरेंद्र मोदी सरकार को नसीहत दी है। नरेंद्र मोदी सरकार को सचिन पायलट ने कहा, ''पहला कदम है कि असलियत स्वीकार करें, इनकार न करें। भारत और दुनियाभर में हुए सभी सर्वेक्षण बताते हैं कि अर्थव्यवस्था की हालत खराब है।'' उन्होंने कहा कि अगर हमें समस्या पता है तो अलोचना करने के बजाय सकारात्मक सलाह देनी चाहिए।
सचिन पायलट ने आगे कहा कि आज हर सेक्टर में मंदी है। निवेशकों का आत्मविश्वास गिर गया है, एनपीए ऊपर चला गया है, बैंक लोन नहीं दे रहे हैं, रोजगार पैदा नहीं हो रहे हैं, कारखाने बंद हो गए हैं।
Rajasthan Deputy CM Sachin Pilot, in Jaipur: There is slowdown in every sector today. Investors' confidence has gone down, NPAs have gone up, banks are not giving loans, jobs are not being created, factories have shut down. https://t.co/m1CPYisUpp
— ANI (@ANI) September 19, 2019
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, ''हमें स्वीकार करना होगा कि जब अर्थव्यवस्था के आंकड़ों की गणना का फार्मूला बदला तब जीडीपी अपने आप 2 फीसदी बढ़ गई थी। आंकड़े कहते हैं कि सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है। वृहद आर्थिक वातावरण को संतुलित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।''
Sachin Pilot, in Jaipur: We'll have to accept that when formula of calculating figures of economy was changed, GDP was automatically increased by 2%. Figures say that the biggest problem is unemployment. Concrete steps should be taken to balance the macro-economic environment.
— ANI (@ANI) September 19, 2019
बता दें कि आर्थिक मंदी को लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस समेत विरोधी नरेंद्र मोदी सरकार की अर्थव्यवस्था को लेकर नीतियों पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं, सरकार ने हाल में देश को आश्वस्त करते हुए बैंकों के विलयीकरण समेत कई कदम उठाए हैं।