सबरीमाला मंदिर विवाद: आज फिर से खुलेंगे अयप्पा मंदिर के कपाट, 5000 जवान सुरक्षा में तैनात
By स्वाति सिंह | Published: November 5, 2018 09:32 AM2018-11-05T09:32:00+5:302018-11-05T09:32:00+5:30
Sabarimala Temple Dispute Latest Updates: पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद 10 से 50 वर्ष की आयु की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया था। कोर्ट के आदेश के खिलाफ राज्य में काफी हिंसक प्रदर्शन हुए थे।इससे सबक लेते हुए प्रशासन ने 4 से 6 नवंबर तक कुछ इलाकों में धारा 144 लगाने का फैसला किया है। मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो चुका है।
केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर के द्वार सोमवार (5 नवंबर) को फिर से खुलेंगे। मंदिर के कपाट शाम पांच बजे खुलेंगे और मंगलवार रात 10 बजे बंद होंगे। महिलाओं के प्रवेश को लेकर जारी विरोध को देखते हुए केरल के कई इलाकों में 3 दिन के लिए धारा 144 लगाई जाएगी। साथ ही टकराव से बचने के लिए पूरे इलाके को छावनी में तब्दील किया जाएगा।
#Kerala: Devotees begin the trek from Nilakkal base camp to #SabarimalaTemple. The temple will open today evening and will be closed after the 'Athazha puja' tomorrow evening. pic.twitter.com/nK47UGMang
— ANI (@ANI) November 5, 2018
इसके लिए शनिवार शाम से ही पुलिस के 5000 जवान तैनात कर दिए गए हैं। पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद 10 से 50 वर्ष की आयु की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया था। कोर्ट के आदेश के खिलाफ राज्य में काफी हिंसक प्रदर्शन हुए थे।इससे सबक लेते हुए प्रशासन ने 4 से 6 नवंबर तक सन्नीधनम, पंबा, निलाक्कल और इलावंकुल में धारा 144 लगाने का फैसला किया है। मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो चुका है।
#Kerala: Police deployed at Nilakkal base camp as #SabarimalaTemple is scheduled to open for prayers today evening. pic.twitter.com/iq7LWFD237
— ANI (@ANI) November 5, 2018
ताजा आंकडों के अनुसार, इस मामले को लेकर गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या बढ़कर 3,505 हो गई है। विभिन्न थानों में 529 मामले दर्ज किए गए हैं। मंदिर 5 नवंबर को खुलेगा। इसके बाद 16 नवंबर को करीब दो महीने के नियमित वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए खुलेगा। बॉक्स भाजपा फैसले के खिलाफ सड़क पर मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर विवाद एक फिर से बढ़ने की बात कही जा रही है। एक ओर सरकार जहां अदालत के फैसले को हर हाल में लागू करने की तैयारी कर रही है वहीं भाजपा समेत अन्य दल इस फैसले के खिलाफ खुलकर सड़क पर उतर आए हैं।
#Kerala: Devotees begin to gather at Nilakkal base camp as #SabarimalaTemple is set to open today. Nilakkal base camp in-charge Manjunath H says, "There is adequate police deployment here. We are not restricting the movement of devotees." pic.twitter.com/OzJDGABRfU
— ANI (@ANI) November 5, 2018
भाजपा ने इस मामले में मंगलवार से ही आंदोलन शुरू कर दिया है। भाजपा का दावा है कि आगामी रथ यात्रा में पार्टी को बिशप और मौलानाओं का भी समर्थन है। भाजपा की यह रथयात्रा कासरगोड से सबरीमला तक 8 नवंबर से निकाली जाएगी। कहा जा रहा है कि 16 नवंबर को जब मंदिर के दरवाजे नियमित वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए खोले जाएंगे तब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।