'गलवान में जो हुआ वो चीन की प्लानिंग थी', लद्दाख में हुई हिंसक झड़प के 2 दिन बाद भारत-चीन के विदेश मंत्रियों ने की फोन पर बात
By स्वाति सिंह | Published: June 17, 2020 05:49 PM2020-06-17T17:49:58+5:302020-06-17T17:58:20+5:30
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात को चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़पों में 20 भारतीय जवानों के मारे जाने के बाद दोनों मंत्रियों की टेलीफोन पर बातचीत हुई है।
नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा पर सोमवार रात को हुई हिंसक झड़प पर भारत ने चीन को कड़ा जवाब दिया है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से फोन पर बात की और इस दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों पक्षों को सीमावर्ती क्षेत्र में अमन-चैन बनाये रखने के लिहाज से मतभेदों को सुलझाने के लिए संचार और समन्वय मजबूत करना चाहिए।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि गलवान में जो कुछ भी हुआ वो चीन की प्लानिंग थी। चीन ने जमीनी हालात को बदलने की साजिश की। उसकी मंशा तथ्यों को बदलने की है। एस जयशंकर ने ये बातें बुधवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से फोन पर हुई बातचीत में कही।
Wang Yi-S Jaishankar talks: Strong message conveyed by Indian Foreign Minister to China, “What happened in Galwan was premeditated and planned action by China which was responsible for the sequence of events.” pic.twitter.com/KVWtHgtylL
— ANI (@ANI) June 17, 2020
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात को चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़पों में 20 भारतीय जवानों के मारे जाने के बाद दोनों मंत्रियों की टेलीफोन पर बातचीत हुई है। इसे पिछले पांच दशक में दोनों देशों के बीच सबसे बड़ी सैन्य झड़प बताया जा रहा है।
चीन ने कहा- दोनों पक्षों को दोनों देशों के नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमतियों का पालन करना चाहिए
चीन के विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार वांग ने कहा कि दोनों पक्षों को दोनों देशों के नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमतियों का पालन करना चाहिए तथा मौजूदा माध्यमों से सीमा के हालात को उचित तरीके से संभालने के लिए संचार और समन्वय को मजबूत करना चाहिए ताकि सीमावर्ती क्षेत्र में संयुक्त रूप से अमन-चैन बनाकर रखा जा सके। बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने गलवान घाटी में झड़प के कारण बनी गंभीर स्थिति से सही तरीके से निपटने पर, दोनों पक्षों के बीच सैन्य स्तर की बैठकों में आम-सहमति के संयुक्त अनुपालन पर, यथासंभव जल्द से जल्द जमीनी हालात शांत करने पर और दोनों देशों के बीच अब तक हुए समझौते के अनुरूप सीमावर्ती क्षेत्र में अमन-चैन बनाये रखने पर सहमति जताई।
Wang Yi-S Jaishankar talks: It was agreed that the overall situation would be handled in a responsible manner, and both sides would implement the disengagement understanding of 6 June sincerely.
— ANI (@ANI) June 17, 2020
भारत ने मंगलवार को कहा था कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प क्षेत्र में यथास्थिति को एकपक्षीय तरीके से बदलने की चीनी पक्ष की कोशिश का नतीजा है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों के जवान हताहत हुए हैं और यदि उच्च स्तर पर पहले हो चुके समझौते का चीनी पक्ष ईमानदारी से पालन करता तो इस स्थिति से बचा जा सकता था।