रुपये में रिकॉर्ड गिरावट, कांग्रेस ने पीएम मोदी का ये वीडियो जारी कर किया सवाल
By योगेश सोमकुंवर | Published: July 1, 2022 02:16 PM2022-07-01T14:16:31+5:302022-07-01T14:21:37+5:30
सीतारमण ने रुपये की गिरती कीमत के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘हम कुछ हद तक बेहतर स्थिति में हैं. हम एक बंद अर्थव्यवस्था नहीं हैं. हम वैश्वीकृत अर्थव्यवस्था का हिस्सा हैं, ऐसे में वैश्विक घटनाक्रम का हमारे देश पर भी असर पड़ेगा.’’
डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट लगातार जारी है. शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया फिसलकर अब तक के सबसे निचले स्तर 79.11 रुपये पर चला गया है. माना जा रहा है कि विदेशी फंडों की ओर से लगातार बाजार से पैसे निकालने से निवेशकों के बीच मंदी का माहौल बढ़ने के कारण ऐसा हुआ है.
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के गिरते मूल्य के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि भारतीय मुद्रा दुनिया की अन्य मुद्राओं की तुलना में बेहतर स्थिति में है.
सीतारमण ने रुपये की गिरती कीमत के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘हम कुछ हद तक बेहतर स्थिति में हैं. हम एक बंद अर्थव्यवस्था नहीं हैं. हम वैश्वीकृत अर्थव्यवस्था का हिस्सा हैं, ऐसे में वैश्विक घटनाक्रम का हमारे देश पर भी असर पड़ेगा.’’
रुपये के डॉलर के मुकाबले कमजोर होने के पीछे कच्चे तेल की ऊंची कीमतों और विदेशी पूंजी की सतत निकासी भी वजह मानी जा रही है.
रुपये की गिरती कीमत पर कांग्रेस का मोदी सरकार पर तंज
रुपये की हालत को लेकर विपक्ष भी केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लेने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा. कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने रुपये के अब तक के सबसे निचले स्तर 79.11 पर पहुंचने पर पीएम मोदी का पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिसमें वह रुपया गिरने पर यूपीए सरकार की आलोचना कर रहे हैं.
आज डॉलर के मुकाबले रुपया 79.11 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया है।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 1, 2022
याद है प्रधानमंत्री जी??? @narendramodipic.twitter.com/VEDGOJo6iH
खाने का तेल हो सकता है महंगा
रुपये के कमजोर होने से आम लोगों की जेब पर पड़ने वाले असर की बात करें तो विशेषज्ञों के मुताबिक रुपये में गिरावट का सीधा असर खाने के तेल के दाम के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक सामान, मेडिकल उपकरणों आदि के दाम पर भी पड़ेगा. वहीं रुपये में गिरावट की वजह से विदेश में पढ़ाई, घूमने के लिए भी ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी.
RBI का दावा, 'भारतीय मुद्रा को सबसे कम नुकसान'
यूक्रेन के खिलाफ रूस का हमला शुरू होने के बाद से भारतीय रिजर्व बैंक ने रुपये को समर्थन देने के लिए अपने विदेशी मुद्रा भंडार का इस्तेमाल किया है. इस वजह से 25 फरवरी के बाद से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 40.94 अरब डॉलर की गिरावट आ चुकी है.
रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर माइकल डी पात्रा ने हाल में कहा था कि केंद्रीय बैंक रुपये में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं होने देगा और हाल में भारतीय मुद्रा को सबसे कम नुकसान उठाना पड़ा है.