दिग्विजय सिंह ने बोला RSS पर हमला, कहा- अगर हिंदुस्तान के सभी निवासी हिंदू हैं, तो अन्य देशों में पैदा हुए हिंदुओं की पहचान क्या
By रामदीप मिश्रा | Published: January 23, 2020 05:25 PM2020-01-23T17:25:03+5:302020-01-23T17:25:03+5:30
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की में कहा था कि भारत में रहने वाले सभी 130 करोड़ लोग हिंदू हैं। भागवत ने हैदराबाद में कहा था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत की पूरी आबादी को हिंदू समाज मानता है, चाहे उनका धर्म और संस्कृति कुछ भी हो।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयं सेवकों (आरएसएस) पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि आरएसएस के कार्यकर्ता कहते हैं कि हिंदुस्तान के सभी निवासी हिंदू हैं। इस तर्क से अमेरिका, अफ्रीका और अन्य देशों में पैदा हुए हिंदुओं की पहचान क्या है? यह बात दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कही है।
इसके अलावा कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, 'लोग कहते हैं कि मैं मुसलमानों के प्रति झुकाव रखता हूं। मैं न तो मुस्लिमों के लिए और न ही हिंदुओं के प्रति झुकाव रखता हूं। मेरा झुकाव भारत के प्रति है। मेरी ताकत इस देश की विविधता में एकता से आती है। मैं पहले भारतीय हूं फिर हिंदू या जो भी हूं।'
Digvijaya Singh, Congress: People say I'm inclined to Muslims. I'm neither inclined to Muslims, nor Hindus. I am inclined to India. My strength comes from unity in the diversity of this country. I'm an Indian first then Hindu or whatever.
— ANI (@ANI) January 23, 2020
आपको बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की में कहा था कि भारत में रहने वाले सभी 130 करोड़ लोग हिंदू हैं। भागवत ने हैदराबाद में कहा था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत की पूरी आबादी को हिंदू समाज मानता है, चाहे उनका धर्म और संस्कृति कुछ भी हो।
उनके इस बयान के बाद एनडीए के घटक दल रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख और दलित नेता आठवले ने कहा था कि वह भागवत के बयान से सहमत नहीं हैं। अगर यह कहा जाए कि आरएसएस हर किसी को भारतीय मानता है (हिंदू के बदले) और हम सभी एकजुट हैं तो मैं समझ सकता हूं। हिंदू बहुसंख्यक समुदाय है, लेकिन बौद्ध, मुस्लिम, ईसाई, जैन, दलित, पिछड़ा वर्ग भी हैं। हम सब एक हैं और भारतीयों के रूप में एकजुट हैं।
उन्होंने कहा था कि एक समय भारत सहित कई देशों में बौद्ध धर्म प्रमुख धर्म था, 'क्या हमें (तब) कहना चाहिए कि हम सभी बौद्ध हैं?'