कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों के लिए शिवराज सरकार ने उठाया बड़ा कदम, हर महीने मिलेगी 5 हजार रुपए की पेंशन
By भाषा | Published: May 13, 2021 01:54 PM2021-05-13T13:54:20+5:302021-05-13T14:12:59+5:30
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ऐसे परिवारों का कोई सदस्य यदि काम-धंधा करना चाहता है तो उसको प्रदेश सरकार की गारंटी पर बिना ब्याज का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण जिन परिवारों का जीविकोपार्जन का सहारा छिन चुका है उन्हें प्रदेश सरकार 5,000 रुपये प्रतिमाह पेंशन देगी।चौहान ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस महामारी से अनेक परिवारों में कोई भी कमाने वाला और पालन-पोषण करने वाला सदस्य जीवित नहीं बचा है। ऐसे परिवारों के बच्चों के पिता एवं अभिभावक और बुजुर्गों के बुढ़ापे की लाठी उनके युवा बेटे तथा परिवार के कमाने वाले सदस्य अब इस दुनिया में नहीं है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘जीविकोपार्जन का सहारा गंवा चुके ऐसे परिवारों को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 5,000 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जायेगी।’’चौहान ने कहा कि अनाथ बच्चों, बुजुर्गों और परिवारों को जीवन यापन में कोई परेशानी नहीं होने नहीं दी जायेगी। प्रदेश सरकार इसका पूरा ध्यान रखेगी। अनाथ बच्चों की शिक्षा का नि:शुल्क प्रबंध किया जाएगा, जिससे वे अपनी पढ़ाई बिना बाधा जारी रख सकें।
उन्होंने कहा कि अनाथ बच्चों, बुजुर्गों और परिवारों को पात्रता नहीं होने के बाद भी नि:शुल्क राशन दिया जाएगा। उनके भोजन की समस्या का समाधान होगा।मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ऐसे दु:खी परिवार जिनका कोई सहारा नहीं है उनका सहारा प्रदेश की सरकार है। अनाथ बच्चे हमारे प्रदेश के बच्चे हैं। इनकी देखभाल प्रदेश करेगा, प्रदेश सरकार करेगी। राज्य सरकार किसी भी बच्चे को बेसहारा नहीं छोड़ सकती है।’’
चौहान ने कहा कि कोरोना महामारी ने कई परिवारों को तोड़ कर रख दिया है। अनेक बच्चों के सिर से उनके माता-पिता, अभिभावक और उनका पालन-पोषण करने वाले परिवार जनों का साया छिन गया है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में अब तक 7,00,202 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 6,679 लोगों की मौत हो चुकी है।