देशभर के सभी थानों में महिला डेस्क, निर्भया कोष से 100 करोड़ रुपये मंजूर, मोदी सरकार ने लिया फैसला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 5, 2019 09:04 PM2019-12-05T21:04:37+5:302019-12-05T21:04:37+5:30
गृह मंत्रालय ने कहा कि देशभर में सभी पुलिस स्टेशनों में महिला सहायता डेस्क की स्थापना की जाएगी। निर्भया कोष से 100 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। यह योजना राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा लागू की जाएगी।
केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला किया है। गृह मंत्रालय ने कहा कि देशभर में सभी पुलिस स्टेशनों में महिला सहायता डेस्क की स्थापना की जाएगी। निर्भया कोष से 100 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। यह योजना राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा लागू की जाएगी।
Ministry of Home Affairs has sanctioned Rs 100 crores from 'Nirbhaya' Fund for setting up and strengthening of Women Help Desks in Police Stations. The scheme to be implemented by the States and Union Territories. pic.twitter.com/xATmFpgqyw
— ANI (@ANI) December 5, 2019
महिला सुरक्षा को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। इसके मुताबिक देशभर के सभी थानों में महिला डेस्क बनाए जाएंगे। इन थानों के लिए गृह मंत्रालय ने निर्भया फंड से 100 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। यह योजना सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में लागू की जाएगी।
तेलंगाना में एक महिला पशु चिकित्सक को बलात्कार के बाद जिंदा जलाये जाने की लोमहर्षक वारदात पर देश का गुस्सा अभी थमा भी नहीं था कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव में गुरुवार तड़के एक कथित बलात्कार पीड़िता को आग के हवाले कर देने की खौफनाक घटना के बाद उसे एयरलिफ्ट कर रारष्ट्रीय राजधानी दिल्ली ले जाया गया है।
मंडल आयुक्त मुकेश मेश्राम ने भाषा को बताया कि करीब 90 फीसद तक झुलस चुकी 23 वर्षीय युवती को लखनऊ के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, मगर बेहद नाजुक हालत के मद्देनजर उसे देर शाम एयरलिफ्ट कर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया। दूसरी ओर राष्ट्रीय महिला आयोग ने वारदात का स्वत: संज्ञान लेते हुए इस सिलसिले में उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह को नोटिस जारी कर उनसे रिपोर्ट तलब किया है।
उन्नाव के पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने बताया कि जिले के बिहार थाना क्षेत्र की रहने वाली 23 वर्षीय युवती ने शिवम और शुभम नामक युवकों पर 12 दिसम्बर 2018 को बलात्कार करने का मुकदमा दर्ज कराया था। युवती मुकदमे की पैरवी के सिलसिले में रायबरेली रवाना होने के लिये सुबह करीब चार बजे बैसवारा रेलवे स्टेशन जा रही थी कि तभी रास्ते में बिहार—मौरांवा मार्ग पर शिवम और शुभम ने अपने साथियों की मदद से उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
लखनऊ के मण्डलायुक्त मुकेश मेश्राम ने बताया कि करीब 90 फीसद तक जल चुकी लड़की को लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, मगर हालत बेहद नाजुक होने की वजह से उसे देर शाम एयरलिफ्ट करके दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया। पीड़िता का इल्जाम है कि आरोपी पक्ष मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव डाल रहा था और बात न मानने पर उसने इस वारदात को अंजाम दिया। लड़की ने उपजिलाधिकारी दयाशंकर पाठक को दिये गये बयान में शिवम और शुभम के साथियों रामकिशोर, हरिशंकर, और उमेश के नाम भी लिये हैं। इन सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।