रोहित शेखर मामला: अपूर्वा शुक्ला के खिलाफ आरोप पत्र दायर, पत्नी को शक था पति का भाभी से एक बेटा है
By भाषा | Published: July 18, 2019 07:20 PM2019-07-18T19:20:29+5:302019-07-18T19:20:29+5:30
दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया कि उसने 518 पृष्ठीय आरोप पत्र साकेत अदालत में दायर किया है और इसमें रोहित की मां उज्ज्वला तिवारी समेत 56 लोगों के नाम गवाह के तौर पर दर्ज किए गए हैं। आरोप पत्र के अनुसार 35 वर्षीय वकील अपूर्वा के खिलाफ धारा 302 के तहत आरोप तय किए हैं जो हत्या से संबंधित है और इसके तहत दोषी पाए जाने पर मृत्युदंड या आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।
दिवंगत नेता एन डी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की हत्या के मामले में गिरफ्तार उनकी पत्नी अपूर्वा शुक्ला के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एक आरोप पत्र दायर किया है।
दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया कि उसने 518 पृष्ठीय आरोप पत्र साकेत अदालत में दायर किया है और इसमें रोहित की मां उज्ज्वला तिवारी समेत 56 लोगों के नाम गवाह के तौर पर दर्ज किए गए हैं। आरोप पत्र के अनुसार 35 वर्षीय वकील अपूर्वा के खिलाफ धारा 302 के तहत आरोप तय किए हैं जो हत्या से संबंधित है और इसके तहत दोषी पाए जाने पर मृत्युदंड या आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।
अपूर्वा को इस बात का संदेह था कि उनके पति का उनकी भाभी से एक बेटा है और उसे इस बात का डर था कि संपत्ति उस बेटे के पास जा सकती है। आरोप पत्र के अनुसार अपनी भाभी के साथ शराब पीने को लेकर रोहित का अपनी पत्नी अपूर्वा के साथ झगड़ा हुआ था।
अपूर्वा रोहित की भाभी को पसंद नहीं करती थी। इस झगड़े के बाद अपूर्वा ने रोहित की कथित रूप से ‘‘गला घोंट कर’’ हत्या कर दी। रोहित की इस साल 15 और 16 अप्रैल की दरमियानी रात को हत्या की गई थी। आरोप पत्र में कहा गया है कि अपूर्वा की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं थीं, लेकिन रोहित से विवाह के बाद उसे एहसास हुआ कि उसके पति का कोई राजनीतिक आधार नहीं है और उसे लगा कि उसके सपने पूरे नहीं हो पाएंगे।
Rohit Shekhar murder case: Crime Branch has filed a charge sheet against his wife Apoorva. Rohit Shekhar was the son of former Uttarakhand & Uttar Pradesh Chief Minister ND Tiwari. pic.twitter.com/XHatIj75g3
— ANI (@ANI) July 18, 2019
पुलिस ने बताया था कि रोहित की मां उज्ज्वला और भाभी को लगता था कि रोहित को इस वैवाहिक बंधन से बाहर आ जाना चाहिए और ऐसा माना जा रहा है कि दम्पति के तलाक के मुकदमे पर फैसला जून में लिया जाना था।
पुलिस ने कहा कि अपूर्वा और रोहित की मुलाकात 2017 में एक वैवाहिक विज्ञापन वेबसाइट के जरिए हुई थी और दोनों का पिछले साल मई में विवाह हुआ था। अपूर्वा को पता था कि रोहित उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी का बेटा है।
आरोप पत्र के अनुसार विवाह के 14-15 दिनों बाद ही अपूर्वा ने अलग घर में रहना शुरू कर दिया था। रोहित को पिछले साल जुलाई में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अपूर्वा ने रोहित के खिलाफ एक कानूनी नोटिस भिजवाया था लेकिन बाद में दोनों के बीच सुलह हो गई थी।
आरोप पत्र में कहा गया है कि 15 अप्रैल को रोहित शेखर, उसकी भाभी, एन डी तिवारी का निकट सहयोगी और उनके दो अन्य कर्मी मतदान के बाद उत्तराखंड के हल्द्वानी से लौट रहे थे और अपूर्वा ने रोहित को वीडियो कॉल करके पूछा था कि वह शाम को क्या भोजन करेंगे।
इसमें कहा गया है कि इस वीडियो कॉल के दौरान अपूर्वा ने कार में महिला को रोहित के साथ शराब पीते संभवत: देख लिया था लेकिन उसने उस समय कुछ नहीं कहा। आरोप पत्र के अनुसार रात करीब 10 बजे रोहित ने घर लौटने के बाद अकेले खाना खाया और वह अपने कमरे में गए और इस बीच उन्होंने अपनी मां से मुलाकात की।
इसमें बताया गया है कि अपूर्वा टीवी देखने के बाद देर रात पौने एक बजे रोहित के कमरे में गई। रोहित के अपनी भाभी के गिलास में शराब पीने को लेकर कमरे में अपूर्वा की अपने पति से बहस हुई जिसके बाद उसने अपने पति की कथित रूप से हत्या कर दी।
पुलिस के अनुसार फोरेंसिक विशेषज्ञों ने बताया कि रोहित के कमरे में बाहर से कोई नहीं आ सकता था। रोहित के घर की सीसीटीवी फुटेज के अनुसार अपूर्वा उन लोगों में शामिल थी जो आखिर में रोहित के कमरे में गए थे। इन तथ्यों को सबूत के रूप में शामिल किया गया है।
इस संबंध में फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। रोहित की मां अपने उपचार के लिए साकेत के मैक्स अस्पताल गयी थीं तभी उन्हें घर से फोन आया कि रोहित की तबियत खराब है। इसके बाद वह उन्हें अस्पताल लाने के लिए एम्बुलैंस लेकर पहुंची, लेकिन अस्पताल में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि रोहित की मौत दम घुटने के कारण हुई। इसके बाद हत्या का मामला दर्ज किया गया और मामले को अपराध शाखा को सौंप दिया गया। अपूर्वा को 24 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया।